भूस्खलन – क्या है, क्यों होता है और इसे कैसे रोकें?

जब हम भूस्खलन, भू-परत के अचानक गिरने या खिसकने की घटना, जो भारी बरसात, भूस्वभाव या人为 कारणों से होती है. इसे कभी‑कभी भूगर्भीय आपदा भी कहा जाता है। इसी संदर्भ में भारी बारिश, उच्च मात्रा में निरंतर वर्षा जो मिट्टी की जलधारण क्षमता को पार कर देती है और भूगर्भीय जोखिम, भू‑संरचना, ढाल की ढलान और भू‑स्थिरता से जुड़े संभावित खतरे प्रमुख कारक हैं। इन तीनों का जुड़ाव अक्सर सुरक्षा उपाय, स्थानीय प्रशासन, समुदाय और विशेषज्ञों द्वारा अपनाए जाने वाले चेतावनी, निकासी और पुनर्वास रणनीति की आवश्यकता पैदा करता है। सरल शब्दों में, भूस्खलन वह प्रक्रिया है जिसमें भू‑मध्यम का संतुलन टूट जाता है, और इसे रोकने के लिए हमें मौसम‑अलर्ट, स्थल‑जांच और शीघ्र कार्रवाई पर ध्यान देना चाहिए.

वायनाड भूस्खलन: कारण, समयरेखा और बचाव कार्य

वायनाड भूस्खलन: कारण, समयरेखा और बचाव कार्य

30 जुलाई, 2024 को केरल के वायनाड जिले में भयानक भूस्खलन हुआ, जिसने जानमाल का भारी नुकसान किया। भारी वर्षा से उत्पन्न इस आपदा में 14 लोग मारे गए और 50 लोग अब भी लापता हैं। बचाव कार्य चल रहे हैं और प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान की जा रही है।