जब बात बीजेपी, भाजपा या भारतीय जनता पार्टी, भारत की सबसे बड़ी राष्ट्रीय·धार्मिक आधार वाली राजनीतिक शक्ति है. अन्य नामों में भाजपा भी शामिल है। यह पार्टी 1980 में स्थापित हुई और तब से विभिन्न चुनावों में अहम जीत दर्ज कर चुकी है। बीजेपी के प्रमुख लक्ष्य में आर्थिक विकास, राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक एकजुटता शामिल हैं।
एक पक्ष में विधानसभा चुनाव, राज्य‑स्तर की सत्ता चुनने की प्रक्रिया, जहाँ बीजेपी की रणनीति और उम्मीदवार चयन महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं है। दूसरा प्रमुख पहलु आर्थिक नीति, वित्तीय सुधार, मुनाफ़ा‑करणीय योजना और निवेश को आकर्षित करने की नीति है, जो अक्सर पार्टी के विकास कार्यक्रम में प्रमुखता से दिखाई देती है। तीसरा, राष्ट्रीय सुरक्षा, देश की सुरक्षा, रक्षा बजट और आतंकवाद विरोधी उपायों से जुड़ी नीति, भाजपा के मंच को मजबूत बनाने का आधार है। ये तीनों घटक एक‑दूसरे को पूरक करते हैं: बीजेपी विधानसभा चुनाव में जीत की अपेक्षा करता है, जिससे आर्थिक नीति लागू हो सके और राष्ट्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ किया जा सके।
पिछले कुछ महीनों में दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता में वापसी, उत्तर भारत में कई राज्यीय चुनाव और राष्ट्रीय स्तर पर वित्तीय योजना की घोषणा ने इस संबंध को उजागर किया। चुनावी अभियान में अक्सर आर्थिक विकास को प्रमुख वादे के रूप में पेश किया जाता है, जबकि सुरक्षा को राष्ट्रीय भावना के साथ जोड़ा जाता है। इस तरह की रणनीति वोटरों को दो मुख्य लाभ दिखाती है: रोजगार के अवसर और सुरक्षित माहौल।
हाल ही में प्रमुख मीडिया चैनलों में भाजपा की नीति‑चलित घटनाओं की विस्तृत कवरेज रही है। उदाहरण के तौर पर, दिल्ली विधानसभा में जीत ने पार्टी को शहरी विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए बजट आवंटन बढ़ाने की अनुमति दी। इसके साथ ही, आर्थिक नीति में कृषि सुधार, स्टार्ट‑अप समर्थन और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष ध्यान दिया गया। राष्ट्रीय सुरक्षा के संदर्भ में, नई रक्षा तकनीक में निवेश और सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए विशेष अधिनियम पारित हुए।
इन सभी समाचारों को देख कर ये समझ आता है कि भाजपा के लेखकों और रणनीतिकारों के लिए तीन स्तम्भ—विधानसभा चुनाव, आर्थिक नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा—आपस में जुड़े हुए हैं। जब एक में बदलाव आता है, तो अन्य दो पर भी असर पड़ता है। इसलिए इस टैग पेज पर आपको इन तीनों क्षेत्रों से संबंधित ताज़ा ख़बरें, विश्लेषण और आँकड़े मिलेंगे।
यदि आप जानना चाहते हैं कि आगामी चुनाव में भाजपा की क्या रणनीति होगी, तो हमारे पास अभी‑ताज़ा सर्वेक्षण, उम्मीदवार प्रोफ़ाइल और प्रमुख मुद्दों की सूची उपलब्ध है। आर्थिक नीति के प्रशंसकों को नई टैक्स रिव्यू, निवेश प्रोत्साहन योजना और स्टार्ट‑अप नीति की गहराई वाले लेख मिलेंगे। सुरक्षा के मुद्दों में जलवायु‑सुरक्षा, साइबर सुरक्षा और सेना के आधुनिकीकरण पर अद्यतन रिपोर्ट है।
इन सबको एक साथ पढ़ने से आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि भाजपा कैसे अपने भावी विज़न को आकार देती है। इस टैग पेज पर मिलेंगे विभिन्न लेख, विश्लेषण और विशेषज्ञ राय, जो आपको न केवल वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य दिखाते हैं, बल्कि भविष्य की संभावनाओं को भी उजागर करते हैं। अगले सेक्शन में आप इन विषयों से जुड़े विस्तृत लेखों की सूची पाएँगे, जिससे आपका ज्ञान और अधिक गहरा होगा।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, जिन्हें 'कोल्हान टाइगर' के नाम से जाना जाता है, ने आगामी झारखंड विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए हैं। इस कदम से झारखंड की राजनीति में अहम बदलाव होने की संभावना है, विशेषकर उनके क्षेत्र और प्रभाव को देखते हुए।