जब हम डोनाल्ड ट्रंप, 2017‑2021 के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति और विवादास्पद सार्वजनिक व्यक्ति. Donald Trump के बारे में बात करते हैं, तो उनका व्यापार पृष्ठभूमि, राष्ट्रीय सुरक्षा निर्णय और मीडिया संबंध तुरंत ध्यान में आते हैं। इस समय अमेरिकी राष्ट्रपति, संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी की भूमिका के साथ जुड़े कई सवाल भी सामने आते हैं।
ट्रंप का प्रमुख समर्थन रिपब्लिकन पार्टी, संयुक्त राज्य की दो प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में से एक, रूढ़िवादी विचारधारा वाली से आया। पार्टी ने उन्हें 2016 के अमेरिकी चुनाव, देश में राष्ट्रपति पद के लिए आयोजित मतदान प्रक्रिया में मुख्य उम्मीदवार बनाया, और ट्रंप ने ‘America First’ स्लोगन से मतदाताओं को आकर्षित किया। उनका चुनावी सफल होना कई कारणों से जुड़ा – टैक्स कटौती, इमीग्रेशन पर कड़ी नीति, और आर्थिक विकास का वादा। यही कारण है कि ट्रंप की जीत ने रिपब्लिकन की रणनीति को नई दिशा दी और पार्टी की पहचान को फिर से परिभाषित किया।
राष्ट्रपति पद पर रहते हुए विदेश नीति, एक देश के अंतरराष्ट्रीय संबंधों और सुरक्षा रणनीति को निर्धारित करने वाला ढांचा ट्रंप की सबसे विवादास्पद शख्सियत बन गई। उन्होंने चीन के साथ टैरिफ लड़ाई तेज़ की, जिससे US‑China ट्रेड वॉर में तनाव बढ़ा। साथ ही, मध्य‑पूर्व में इज़राइल‑फिलिस्तीन मुद्दे पर उनका रवैया, और इरान के核 कार्यक्रम पर कड़ी रुख ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर काफी चर्चा पैदा की। इस समय ट्रेड वार, देशों के बीच व्यापारिक प्रतिबंध और टैरिफ की प्रतिस्पर्धा का दायरा भी बढ़ गया, जिससे वैश्विक बाजार में अस्थिरता देखी गई। इन नीतियों ने न केवल अमेरिकी अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया, बल्कि भारत जैसे विकासशील देशों की निर्यात‑आमदनी योजनाओं पर भी असर डाला।
ट्रंप का राजनीतिक करियर कई पहलुओं से जुड़ा है – आर्थिक सुधार, चुनावी रणनीति, और विदेश में शक्ति का प्रयोग। इन सभी पहलुओं को समझना हमारे लिए जरूरी है, क्योंकि इससे हम यह देख सकते हैं कि अमेरिकी राजनीति के बड़े बदलाव हमारे स्थानीय समाचारों में कैसे प्रतिबिंबित होते हैं। नीचे आप विभिन्न लेखों में ट्रंप से जुड़ी ताज़ा ख़बरें, विश्लेषण और घटनाओं की विस्तृत सूची पाएँगे, जिससे आप उनके असर को हर दिशा में समझ सकेंगे।
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पेंसिल्वेनिया में एक रैली के दौरान ट्रंप के बारे में सच्चाई को उजागर करना नहीं छोड़ने की बात कही। बाइडेन का मानना है कि चुनावी गर्मी को ठंडा करने की जरूरत है, लेकिन इससे ट्रंप की सच्चाई सामने लाने की उनकी प्रतिबद्धता नहीं घटेगी। उन्होंने अमेरिका में राजनीतिक हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर भी चिंता जाहिर की।