भारत के लिए मौसम विभाग, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) जो देश की हर बारिश, बाढ़ और तूफान की भविष्यवाणी करता है सिर्फ एक सरकारी एजेंसी नहीं, बल्कि लाखों किसानों, यात्रियों और शहरी नागरिकों की रोज़ की जिंदगी का हिस्सा है। ये विभाग आपके घर के बाहर क्या हो रहा है, उसका सही अंदाज़ा लगाता है — चाहे वो दिल्ली में अचानक बरसने वाली बारिश हो या उत्तराखंड में पहाड़ों का ढहना।
ये विभाग बाढ़ चेतावनी, जो उत्तराखंड, हिमाचल और बिहार जैसे क्षेत्रों में जारी की जाती है के जरिए जानता है कि कब, कहाँ और कितनी बारिश होगी। उत्तराखंड में जब बारिश इतनी भारी हो जाती है कि मिरिक पुल ढह जाए, तो ये विभाग ही उस चेतावनी का आधार बनता है। उसी तरह, हिमाचल प्रदेश बाढ़, जहाँ बर्फ पिघलने और बारिश के मिले-जुले असर से नदियाँ बाहर निकल जाती हैं की भविष्यवाणी भी इसी के हाथ में होती है। ये सब बातें सिर्फ डेटा नहीं, बल्कि जान-माल की बचाव की रणनीति हैं।
अगर आप दिल्ली में रहते हैं और अगले 7 दिनों में बारिश का अलर्ट देखते हैं, तो ये विभाग आपके लिए बाइक लेने का फैसला या घर के बाहर निकलने का तय करने में मदद कर रहा है। इंडियन मेथियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट की भविष्यवाणियाँ अक्सर ट्रेन रद्द होने, बाजार बंद होने या बच्चों को स्कूल न भेजने का कारण बनती हैं। ये सिर्फ खबर नहीं, बल्कि जीवन के फैसलों का हिस्सा है।
इस पेज पर आपको ऐसी ही ताज़ा खबरें मिलेंगी — जहाँ मौसम विभाग की चेतावनियाँ राष्ट्रीय आपातकाल, खेल के मैचों की रद्दी, या बाजार के उतार-चढ़ाव तक जुड़ी हुई हैं। डार्जिलिंग में बाढ़, उत्तराखंड में भूस्खलन, या दिल्ली में अचानक बरसने वाली बारिश — हर खबर इसी विभाग की भविष्यवाणी का हिस्सा है। यहाँ आपको बस ये नहीं बताया जाएगा कि क्या हुआ, बल्कि ये भी कि ये क्यों हुआ।
अमेरिका के मिडवेस्ट क्षेत्र में भीषण हीटवेव का असर, करीब 60 मिलियन लोग चपेट में। मौसम विभाग ने इलिनॉय, आयोवा, कंसास समेत कई राज्यों में खतरनाक तापमान के लिए चेतावनी जारी की है। लोग रिकॉर्ड तोड़ गर्मी और ज्यादा उमस से परेशान हैं और सुरक्षा के उपाय अपनाने की सलाह दी गई है।