जब हम पंडित, धार्मिक सेवा और सलाह देने वाले अनुभवी ज्ञानी. Also known as पुजारी की बात करते हैं, तो उनके काम के दोहरे पहलू साफ़ हो जाते हैं: ज्योतिष, आकाशीय स्थितियों से जीवन के पहलुओं का विश्लेषण और मुहूर्त, किसी काम की शुभ समय-सारिणी का प्रयोग। इन दो क्षेत्रों के बीच तिथि, पंचांग में दर्ज विशिष्ट दिन का नाता गहरा है, क्योंकि मुहूर्त तय करना अक्सर तिथि‑विचार पर निर्भर करता है। इस प्रकार पंडित, ज्योतिष, मुहूर्त और तिथि आपस में जुड़े हुए एक बड़े धार्मिक‑वैज्ञानिक तंत्र का हिस्सा हैं।
पंडित का प्रमुख कार्य धार्मिक अनुष्ठान करना है, परन्तु ये सिर्फ दहन‑धूप नहीं, बल्कि जीवन के कई मोड़ पर दिशा‑निर्देशन भी प्रदान करते हैं। उदाहरण के तौर पर, दीवाली 2025 (18‑23 अक्टूबर) की तिथि और शुभ मुहूर्त तय करने में पंडितों ने पंचांग‑ज्योतिषीय गणना का सहारा लिया था; इसी तरह करवा चौथ (10 अक्टूबर) के व्रत‑समय का निर्धारण भी मुहूर्त‑निर्धारण से जुड़ा था। इन उदाहरणों से पता चलता है कि तिथि चयन सीधे आर्थिक, सामाजिक और आध्यात्मिक प्रभाव डालता है। पंडित अपने ज्ञान से व्यक्तिगत और सामुदायिक जीवन में संतुलन बनाए रखते हैं, चाहे वह व्यापार‑संपन्नता के लिए अंक‑ज्योतिष हो या स्वास्थ्य‑सुरक्षा के लिए शुभ दिन।
आज के डिजिटल युग में भी पंडितों की सलाह को ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर आसानी से उपलब्ध किया जा रहा है, जिससे विभिन्न शहरों के लोग तुरंत मुहूर्त, तिथि और ज्योतिष की जानकारी ले सकते हैं। इस टैग में हम आपको हाल ही में प्रकाशित लेखों की सूची देंगे, जहाँ आप दीपावली, करवा चौथ, अंक‑ज्योतिष, और अन्य धार्मिक घटनाओं की तिथि‑विवरण पा सकते हैं। इनके माध्यम से आप अपने दैनिक निर्णय—व्यापारिक निवेश, विवाह‑समारोह, यात्रा‑शुरुआत—को अधिक आत्मविश्वास के साथ ले सकेंगे।
रक्षा बंधन 2024 हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है जिसमें बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। यह पर्व सावन मास के अंतिम सोमवार को मनाया जाता है। इस साल शुभ मुहूर्त 1:33 AM के बाद शुरू होता है। पंडित आचार्य लाल मोहन शास्त्री ने बताया कि राखी भद्रा काल के बाद बांधनी चाहिए।