जब हम रोहित शर्मा, भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान और ओपनिंग बैट्समैन, जो अपना ‘सिक्सर’ जलवा से विश्वभर में मशहूर हैं. Also known as सिक्सर, he leads the team with a calm yet aggressive style, और कई बार दबाव में शतक लगाकर मैच जीताए हैं। रोहित का खेल "स्ट्राइकिंग पावर" और "बीटिंग इंटेलिजेंस" दोनों का मिश्रण है, जो उसे आधुनिक क्रिकेट में अनूठा बनाता है। इस पेज पर आप रोहित शर्मा के कप्तानी रणनीति, व्यक्तिगत रिकॉर्ड और उनके आईपीएल संगम के बारे में पाते हैं।
रोहित के करियर को समझने के लिए दो मुख्य इकाइयों को देखना ज़रूरी है: इंडियन क्रिकेट टीम, देश का राष्ट्रीय क्रिकेट प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था, जिसमें रोहित के अलावा कई स्टार खिलाड़ी शामिल हैं और आईपीएल, इंडियन प्रीमियर लीग, विश्व का सबसे बड़ा टी‑20 टुर्नामेंट, जहाँ रोहित मुंबई इंडियंस के कप्तान हैं. इंडियन क्रिकेट टीम ने रोहित को एक भरोसेमंद ओपनर बनाया है, जबकि आईपीएल में उनकी लीडरशिप ने मुम्बई इंडियंस को कई ट्रॉफी दिलवाई हैं। रोहित का ‘क्लच पेज’ अक्सर उनके और टीम के बीच के तालमेल को दर्शाता है – "रोहित शर्मा → कप्तान → इंडियन क्रिकेट टीम" और "रोहित शर्मा → कप्तान → आईपीएल" जैसी संरचनाएँ उनकी प्रभावशाली भूमिका को स्पष्ट करती हैं।
इन दो संस्थाओं के अलावा, रोहित के खेल में क्रिकेट स्टैडियम, विभिन्न घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मैदान जहाँ वह शतक और अढ़ाई शतक बनाते हैं भी अहम हैं। भारत के एशा स्टेडियम, मेजर लीग के पेकिशा स्टेडियम, और लंदन की लॉर्ड्स जैसी जगहें उनकी यादगार पारीयों की गवाह हैं। रोहित की रणनीति अक्सर "सही समय पर तेज़ स्कोरिंग" पर आधारित रहती है, जो इन स्टेडियम की आकार, पिच की स्थिति और मौसम की स्थिति से गहरा संबंध रखती है। यही कारण है कि वह हर टूर पर अलग‑अलग योजना बनाते हैं, जिससे उनका व्यक्तिगत औसत और टीम का रन‑रेट दोनों बढ़ता है।
अब आप इस पेज पर नीचे दिए गए लेखों की लिस्ट में कई रोचक कहानियाँ पाएँगे – चाहे वह रोहित की नई सदी की शतक की बात हो, उनके आईपीएल में रिकॉर्ड‑ब्रेकिंग पावरप्ले हो, या फिर उनके कप्तानगीरी में हुए बदलाव। इन सभी खबरों में रोहित शर्मा की विविध पहलुओं को समझने का मौका मिलेगा, जो नयी और पुरानी दोनों फैंस को सन्तुष्ट करेगा। आगे पढ़िए और रोहित के क्रिकेट सफ़र की गहराई में उतरिए।
पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन रोहित शर्मा की फील्डिंग रणनीति की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने रोहित की फील्ड प्लेसमेंट के तरीके को लेकर अप्रसन्नता जाहिर की, जिससे उनका मानना है कि खेल के प्रगति और एम चिन्नास्वामी स्टेडियम की परिस्थितियों के साथ मेल नहीं खाती। यह लेख शास्त्री के विचारों को रोहित की कप्तानी के फैसलों की जांच के रूप में दर्शाता है।