जब हम शुभ मुहूर्त, विवाह, घर‑खरीद, नयी शुरुआत या कोई महत्वपूर्ण कार्य करने के लिये अनुकूल समय. Also known as मुहूर्त, it helps people align actions with ग्रह‑स्थिति और समय‑ऊर्जा को ध्यान में रखते हुए बेहतर परिणाम पाने में मदद करती है। आप यहाँ शुभ मुहूर्त से जुड़े प्रमुख पहलुओं को समझ पाएँगे, जिससे आपके फैसले समय की अनुकूलता से भरपूर हों।
पहला प्रमुख घटक है ज्योतिष, ग्रहों की स्थिति, राशि‑चक्र और नक्षत्रों का अध्ययन। ज्योतिष यह बताता है कि किस ग्रह की शक्ति कब सकारात्मक है और कब सावधानी बरतनी चाहिए। इससे शुभ मुहूर्त के लिये उपयुक्त तिथि‑समय तय किया जाता है। दूसरा महत्वपूर्ण टूल है पंचांग, वर्ष, माह, दिन, नक्षत्र और योग‑कुण्डली का विस्तृत कैलेंडर। पंचांग में मिट्टी‑भवन, उपयुक्त समय, वार‑दिवस और नयी शेड्यूलिंग की जानकारी मिलती है, जो सीधे शुभ मुहूर्त के चयन को प्रभावित करती है।
तीसरा परिधान है अंक ज्योतिष, जन्मांक, नामांक और वास्तु‑संख्या से जुड़े विश्लेषण। अंक ज्योतिष के अनुसार, किसी विशेष अंक या संख्या का प्रभाव उस दिन के मुहूर्त को बदल सकता है। उदाहरण के तौर पर, 4 वाले अंक वाले लोगों को 12 अक्टूबर को व्यापार में लाभ मिलता है—जैसे हमारे पोस्ट में बताया गया। इस तरह अंक‑आधारित विश्लेषण शुभ मुहूर्त को और सटीक बनाता है।
इन तीनों तत्वों — ज्योतिष, पंचांग और अंक ज्योतिष — को मिलाकर हम शुभ मुहूर्त का पूर्ण चित्र बनाते हैं। यह संबंध एक साधारण त्रिपुती (Subject‑Predicate‑Object) जैसे दिखता है: "ज्योतिष निर्धारित करता है मुहूर्त", "पंचांग प्रदान करता है समय‑स्लॉट", "अंक ज्योतिष सुधारता है चयन की सटीकता"। जब ये सभी एक साथ काम करते हैं, तो निर्णय अधिक भरोसेमंद बनते हैं। इस विचार को समझने से आप व्यक्तिगत, व्यावसायिक या सामाजिक कार्यक्रमों के लिये बेहतरीन समय तय कर पाएँगे।
हमारे टैग पेज पर आप कई लेख पाएँगे जो विभिन्न घटनाओं के लिये शुभ मुहूर्त बताते हैं—जैसे दीवाली 2025, करवा चौथ, अंको के अनुसार व्यापार‑दिन, या विशेष त्यौहारों के लिये अनुकूल समय। प्रत्येक लेख में तिथि‑समय, ग्रह‑स्थिति और स्थानीय रीति‑रिवाजों का विश्लेषण किया गया है, ताकि आप स्थानीय माहौल के साथ तालमेल बना सकें। चाहे आप शादी की तैयारियाँ कर रहे हों, नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हों, या बस घर में कोई विधि करना चाहते हों, यहाँ आपको सही समय चुनने में मदद करने वाली जानकारी मिलेगी।
नीचे दी गई सूची में आपके लिये तिथि‑समय, शुभ योग, और विशेष टिप्स शामिल हैं, जो हमारे लेखकों ने नवीनतम ज्योतिष डेटा और स्थानीय कैलेंडर के आधार पर तैयार किए हैं। इन संसाधनों के माध्यम से आप अपने निर्णय को समय की शाश्वत शक्ति के साथ संरेखित कर पाएँगे, जिससे सफलता की संभावनाएँ बढ़ जाएँगी। अगली बारी में आप कौन‑सा अवसर चुनेंगे, यह आपका चुनाव है—पर्याप्त जानकारी के साथ।
रक्षा बंधन 2024 हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है जिसमें बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। यह पर्व सावन मास के अंतिम सोमवार को मनाया जाता है। इस साल शुभ मुहूर्त 1:33 AM के बाद शुरू होता है। पंडित आचार्य लाल मोहन शास्त्री ने बताया कि राखी भद्रा काल के बाद बांधनी चाहिए।