जब हम WhatsApp, एक मुफ्त मोबाइल मैसेजिंग एप्लिकेशन है जो टेक्स्ट, वॉइस, फोटो, वीडियो और डॉक्युमेंट को इंटरनेट के ज़रिए भेजने की सुविधा देता है, भी अक्सर व्हॉट्सएप कहा जाता है, तो इसके पीछे का टेक्नोलॉजी समझना बहुत ज़रूरी है। भारत में रोज़ाना करोड़ों लोग इसे दोस्तों, परिवार और काम की बातचीत के लिए इस्तेमाल करते हैं, इसलिए ऐप के हर नए फीचर या सुरक्षा पैच का असर सीधे हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी पर पड़ता है।
एक एंड‑टू‑एंड एन्क्रिप्शन, उपयोगकर्ता के संदेश को केवल भेजने वाले और प्राप्तकर्ता ही पढ़ सकते हैं, बीच में कोई भी निजी जानकारी नहीं देख सकता के बिना WhatsApp की सुरक्षा अधूरी है। 2016 में इस फीचर को लागू करने के बाद से व्यक्तिगत चैट, ग्रुप चैट और कॉल सभी encrypted रह गए हैं। इसका मतलब है कि आपका निजी डाटा Facebook या किसी तीसरे पक्ष को बेचा नहीं जाता – एक बात जो यूज़र्स को भरोसा दिलाती है और ऐप की लोकप्रियता को बढ़ावा देती है।
ऐप के तीन मुख्य हिस्से हैं: मैसेजिंग, कॉलिंग और बिज़नेस सॉल्यूशन। मैसेजिंग में स्टिकर, GIF, और अब डिसएपियरिंग मैसेज भी शामिल हैं, जिससे बातचीत में ताज़गी बनी रहती है। कॉलिंग में वॉइस और वीडियो कॉल दोनों उच्च गुणवत्ता के साथ संभव हैं, और 2020 के बाद से ग्रुप वीडियो कॉल की सीमा 8 तक बढ़ गई, जिससे वर्क‑फ्रॉम‑हॉम के दौर में टीम मीटिंग आसान हो गई।
व्यापारी वर्ग के लिये WhatsApp Business, एक अलग एप्लिकेशन है जो छोटे और मध्यम उद्यमियों को कस्टमर सपोर्ट, ऑर्डर मैनेजमेंट और ऑटो‑रिप्लाई जैसे टूल्स देता है विशेष रूप से काम आता है। इस प्लेटफ़ॉर्म पर बिज़नेस प्रोफ़ाइल बनाकर कंपनियां अपना पता, वेबसाइट और काम के घंटे दिखा सकती हैं, जबकि चैट बॉट्स और लेबल्स से ग्राहक पूछताछ को व्यवस्थित किया जा सकता है। इस वजह से कई छोटे व्यापारी अपनी बिक्री को 30‑40% तक बढ़ा पाए हैं।
WhatsApp की लोकप्रियता ने भारत में कई सामाजिक बदलाव भी लाए हैं। किसान बाजार में अपनी फ़सल की कीमतें सीधे खरीदारों को बताने लगे हैं, छात्रों ने ऑनलाइन क्लासेस के नोट्स शेयर करना आसान कर दिया, और एक्सट्रा‑कॉरिडोर कामों में फ्रीलांसर ग्राहकों के साथ तुरंत संपर्क में रह सकते हैं। इस तरह की वास्तविक‑समय कनेक्टिविटी ने डिजिटल डिवाइड को घटाने में मदद की है।
तकनीकी दृष्टि से WhatsApp को कई प्लेटफ़ॉर्म सपोर्ट करने के लिए हल्का बनाया गया है। Android, iOS, वेब और डेस्कटॉप क्लाइंट सभी एक ही अकाउंट से सिंक होते हैं, जिससे आप कहीं भी अपने चैट जारी रख सकते हैं। ऐप का डेटा लेयर ऑफ़लाइन मेसेज को स्टोर करके नेटवर्क उपलब्ध होते ही ट्रांसफर कर देता है, इसलिए ढीले कनेक्शन वाले इलाकों में भी संवाद जारी रहता है।
भले ही WhatsApp सुरक्षित हो, लेकिन कुछ ख़तरों को नजरअंदाज़ नहीं किया जा सकता। फ़िशिंग लिंक, स्पीयर फ़िशिंग और नकली बिज़नेस अकाउंट अक्सर यूज़र्स को धोखा देते हैं। इसलिए ऐप ने हाल ही में दो‑फ़ैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) और फ़ेज़्ड प्राइवेसी कंट्रोल्स जैसे फ़ीचर जोड़े हैं, जिससे यूज़र अपना अकाउंट डुप्लिकेट या अनधिकृत एक्सेस से बचा सके। इन फीचर्स को सही ढंग से सेट कर लेना हर यूज़र की जिम्मेदारी है।
भविष्य में WhatsApp का फोकस एआई‑आधारित फ़ीचर्स पर भी है। चैट में स्वचालित ट्रांसलेशन, इंटेलिजेंट रिस्पॉन्स सुझाव और अधिक उन्नत स्पैम फ़िल्टरिंग की उम्मीद की जा रही है। साथ ही, फ्रीलांस मार्केट, हेल्थकेयर और शिक्षा जैसे विशेष सेक्टरों के लिये कस्टम इंटीग्रेशन भी विकसित हो रहे हैं, जिससे ऐप पारंपरिक मैसेजिंग से आगे बढ़कर एक बहु‑उद्देश्यीय प्लेटफ़ॉर्म बनता जा रहा है।
नीचे आप देखेंगे कि इस टैग में कौन‑कौन से नवीनतम समाचार और विश्लेषण शामिल हैं: क्रिकेट मैच की झलक, आर्थिक बदलाव, टेक अपडेट्स और सांस्कृतिक इवेंट्स – सभी को WhatsApp के विविध उपयोग के साथ जोड़ कर हम आपके लिए एक व्यापक नज़र पेश कर रहे हैं। अब आगे पढ़िए और जानिए कैसे WhatsApp आपके दैनिक जीवन में उपयोगी बना रहता है।
11 दिसंबर, 2024 को भारत में मेटा के स्वामित्व वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे WhatsApp, Facebook और Instagram के कई यूजर्स को तकनीकी समस्या के कारण आउटेज का सामना करना पड़ा। Downdetector के अनुसार, उपयोगकर्ताओं ने इन ऐप्स को एक्सेस करने में समस्याएं रिपोर्ट कीं। मेटा ने इस समस्या को स्वीकारा और स्थिति को सामान्य करने के लिए काम कर रही है। भारत में मेटा ऐप्स के उपयोगकर्ता संख्या बहुत अधिक है।