जब वैभव सूर्यवंशी ने 14 साल की उम्र में 19 गेंदों में 48 रन बनाए, तो दुनिया ने देखा कि क्रिकेट का भविष्य किस तरह बदल रहा है। पहला युवा वनडे मैच 27 जून, 2025 को होव का काउंटी ग्राउंड, ब्राइटन, इंग्लैंड में खेला गया, जहां भारत युवा क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड युवा क्रिकेट टीम को छह विकेट से हराया। इंग्लैंड ने 175 रन बनाए, और भारत ने 18 ओवर में 178 रन का लक्ष्य पूरा कर लिया। लेकिन ये मैच केवल एक जीत नहीं था — ये एक नए जन्म का घोषणा था।
14 साल का बच्चा, जिसने आईपीएल का इतिहास बदल दिया
वैभव सूर्यवंशी ने अभी तक जो किया है, वो अक्सर फिल्मों में देखा जाता है — एक बच्चा जो बड़े खिलाड़ियों को धूल चटा दे। राजस्थान रॉयल्स के साथ आईपीएल 2025 में, वो 14 साल और 23 दिन की उम्र में सबसे युवा आईपीएल डेब्यूटेंट बने। उन्होंने बेंगलुरु में एक प्रैक्टिस मैच में 90 गेंदों में 190 रन बनाए थे। लेकिन होव में उनकी पारी ने उन्हें असली दुनिया के लिए तैयार कर दिया। 19 गेंदों में 48 रन, जिसमें 6 चौके और 3 छक्के शामिल थे, इंग्लैंड के गेंदबाजों को बेकार साबित कर दिया। गेंदबाजों ने बोला — ये बच्चा गेंद को नहीं, बल्ले से बाहर फेंक रहा है।
टीम का नेतृत्व: 19 साल के कप्तान और एक अनसुनी कहानी
इस टीम का कप्तान आयुष महात्रे हैं, 19 साल के मुंबई के बल्लेबाज, जिन्होंने आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स की युवा टीम का नेतृत्व किया। उनके साथ विस्केटकीपर-विकेटकीपर अभिघ्यान कुंदू उपकप्तान हैं। लेकिन असली खास बात ये है कि इस टीम में कोई भी खिलाड़ी बस एक नाम नहीं, बल्कि एक कहानी है। आरएस अंब्रिश ने पहले मैच में आखिरी ओवर में शांति से जीत दिलाई। तीसरे मैच में उन्होंने 66 रन बनाए। वहीं कनिष्क चौहान ने गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी टीम को बचाया।
श्रृंखला का दौर: छह मैच, दो टेस्ट, एक दिशा
इस टूर का लक्ष्य सिर्फ एक श्रृंखला जीतना नहीं, बल्कि भविष्य के लिए टीम बनाना है। ये पांच युवा वनडे मैचों के बाद दो युवा टेस्ट मैचों से जुड़े हैं — बेकेनहम और चेल्मसफोर्ड में। जुलाई के अंत तक भारतीय युवा टीम ने इंग्लैंड के विभिन्न ग्राउंड्स पर खेला। दूसरे मैच में भारत हार गया, लेकिन तीसरे मैच में वैभव ने 31 गेंदों में 86 रन बनाए — ये रिकॉर्ड तोड़ने वाली पारी थी। जब उन्हें आउट किया गया, तो टीम 111/2 पर थी। लेकिन चौथे और पांचवें मैच में इंग्लैंड ने जवाब दिया। वूर्स्टर में भारत को 210 रनों पर आउट किया गया, और इंग्लैंड ने 31.1 ओवर में जीत दर्ज की।
क्यों ये सब इतना जरूरी है?
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) अब युवा टीमों को बस एक ट्रेनिंग ग्रुप नहीं, बल्कि भविष्य के लिए एक बेंचमार्क मानता है। वैभव जैसे खिलाड़ियों के आगमन से पता चलता है कि भारत का युवा क्रिकेट अब सिर्फ आयु के हिसाब से नहीं, बल्कि प्रदर्शन के हिसाब से बन रहा है। ये टीम अगले वर्ष युवा विश्व कप के लिए तैयार हो रही है। और वैभव जैसे बच्चे अब नए नमूने के बारे में बात कर रहे हैं — जहां 14 साल का बच्चा एक बड़ी टीम का नेतृत्व कर सकता है।
अगला क्या?
दो युवा टेस्ट मैच अभी बाकी हैं। इंग्लैंड के लिए ये एक चुनौती है — क्योंकि उनकी टीम में भी नए नाम हैं, जैसे थॉमस रेव और बेन डॉकिंस। लेकिन भारत के लिए ये टूर एक नई नींव रख रहा है। अगर वैभव अगले टेस्ट में भी ऐसा ही खेलता है, तो वो न सिर्फ युवा क्रिकेट का बादशाह बन जाएगा, बल्कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक नाम बन जाएगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
वैभव सूर्यवंशी कौन हैं और उन्होंने क्या रिकॉर्ड बनाया?
वैभव सूर्यवंशी 14 साल के एक बल्लेबाज हैं, जिन्होंने आईपीएल 2025 में 14 साल और 23 दिन की उम्र में राजस्थान रॉयल्स के लिए सबसे युवा डेब्यूटेंट का रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने युवा वनडे सीरीज में पहले मैच में 19 गेंदों में 48 रन और तीसरे मैच में 31 गेंदों में 86 रन बनाए। उनकी ये पारियां युवा क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज रन बनाने वाली पारियों में शामिल हैं।
भारत युवा टीम का कप्तान कौन है और उनकी भूमिका क्या है?
भारत युवा टीम का कप्तान 19 साल के आयुष महात्रे हैं, जो आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स की युवा टीम का नेतृत्व कर चुके हैं। उनकी भूमिका सिर्फ बल्लेबाजी नहीं, बल्कि टीम के आत्मविश्वास को बनाए रखना है। उन्होंने वैभव जैसे तरुणों को अपनी टीम में जगह देकर भविष्य के लिए एक नई पीढ़ी का निर्माण किया है।
इंग्लैंड युवा टीम के खिलाफ भारत का सीरीज रिकॉर्ड कैसा है?
पांच मैचों की श्रृंखला में भारत ने पहले और तीसरे मैच जीते, दूसरे मैच हारा, और चौथे और पांचवें मैच में इंग्लैंड ने जीत दर्ज की। इससे सीरीज 2-2 की बराबरी हो गई। अब युवा टेस्ट मैच निर्णायक होंगे, क्योंकि यहां टीमों की टिकाऊपन की परीक्षा ली जाती है।
इस टूर का भारतीय क्रिकेट के भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
इस टूर से भारतीय क्रिकेट को एक नई पीढ़ी के खिलाड़ियों का पता चला है। वैभव, अंब्रिश, कनिष्क जैसे खिलाड़ियों के आगमन से ये साबित हो रहा है कि भारत अब बस आईपीएल के लिए नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए भी तैयार हो रहा है। ये टीम अगले वर्ष युवा विश्व कप के लिए एक बेहतरीन आधार बन रही है।
वैभव सूर्यवंशी की अगली पारी का इंतजार क्यों है?
क्योंकि उन्होंने अभी तक जो किया है, वो एक बच्चे की नहीं, एक विश्व स्तरीय खिलाड़ी की शुरुआत है। उनकी बल्लेबाजी में दृढ़ता, धैर्य और जोश है — जो अक्सर बड़े खिलाड़ियों में भी नहीं मिलता। अगर वो युवा टेस्ट में भी ऐसा ही खेलते हैं, तो भारत के लिए एक नया बल्लेबाजी आधार बन जाएगा।
भारत युवा टीम के लिए अगला लक्ष्य क्या है?
अगला लक्ष्य युवा विश्व कप 2026 है, जो श्रीलंका में आयोजित होगा। इस टूर का मुख्य उद्देश्य उन खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय तनाव में तैयार करना है, जो भविष्य में भारतीय टीम का आधार बनेंगे। वैभव जैसे खिलाड़ियों की उपलब्धि इस लक्ष्य को प्राप्त करने का एक बड़ा कदम है।