एमएस धोनी का तनावमुक्त जीवन का मंत्र
पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान एमएस धोनी ने हाल ही में एक चर्चा के दौरान अपने सुनहरे जीवन के रहस्यों को साझा किया। उन्होंने जोर दिया कि चाहे मैदान पर हो या जीवन में, दबाव में संयमित रहने के लिए प्रक्रिया पर ध्यान देना जरूरी है, न कि परिणामों पर। धोनी का मानना है कि सही तैयारी और तैयारी की गहराई से ही बड़े मौके पर संयम बना रहता है। उन्होंने कहा, "दबाव संभालने की कुंजी तैयारियों में निहित है। पर्दे के पीछे जो काम करते हैं, वही बड़े मंच पर हमारा दिमाग शांत रखता है।"
धोनी ने मानसिक दृढ़ता का महत्व भी बताया, जिसमें उन्होंने असफलताओं को सफलता की सीढ़ी मानते हुए जीवन का आनंद लेने की सलाह दी। वो कहते हैं कि यात्रा का आनंद लेना और क्षण में जीना, परिणामों पर ध्यान न देने से दबाव कम होता है। यह दृष्टिकोण उनके नेतृत्व शैली से मेल खाता है, जिसमें अनुकूलन और टीम वर्क मुख्य भूमिका निभाते हैं।
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टीम वर्क और अनुकूलनशीलता की भूमिका
धोनी का मानना है कि एक टीम के रूप में काम करने और काम के प्रति दृढ़ता जरूरी है। छात्रों के साथ बातचीत में उन्होंने अपने अनुभवों के आधार पर बताया कि सफलता स्थानीय पृष्ठभूमि या कार्य पर नहीं, बल्कि अनुशासन और मानसिकता पर निर्भर करती है।
धोनी का यह दृष्टिकोण खेल के मैदान में उनके खेल की तरह ही जीवन में भी उनके लिए एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शक सिद्धांत है। वो बताते हैं कि जीवन की चुनौतियों को खेल की तरह लेना चाहिए, जहां हर असफलता आगे की सफलता के लिए तैयार करती है।