मुम्बई नौका दुर्घटना: नेवी स्पीड बोट से टकराई नौका, 13 की मौत, 101 को बचाया गया

दिस॰, 19 2024

मुम्बई में हुई दर्दनाक नौका दुर्घटना

मुम्बई के समुद्रतट के पास बुधवार, 18 दिसंबर, 2024 को हुई एक भीषण नौका दुर्घटना में 13 लोगों की मौत हो गई और 101 लोगों को बचाया गया। यह दुर्घटना उस समय हुई जब भारतीय नौसेना की एक स्पीड बोट ने नेलकमल नामक नौका को टक्कर मार दी। इस टक्कर के चलते नौका पलट गई, जिससे यह दुर्घटना हुई। नेलकमल नौका एलीफेंटा द्वीप की ओर जा रही थी, जो मुम्बई के पास का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।

नौसेना स्पीड बोट से टक्कर का कारण

तेज गति से चल रही स्पीड बोट, जिसके इंजिन का परीक्षण चल रहा था, के तकनीकी खराबी के कारण अनियंत्रित हो गई और नौका से जा टकराई। यह घटना दोपहर 4 बजे के आसपास हुई। घटना की खबर मिलते ही स्थानीय प्रशासन ने तेजी से राहत कार्य शुरू कर दिया।

व्यापक राहत और बचाव कार्य

इस दुर्घटना के बाद राहत कार्य बहुत ही व्यापक स्तर पर किया गया। भारतीय नौसेना के 11 बोट, तीन मरीन पुलिस बोट, एक कोस्ट गार्ड वेसल और चार हेलिकॉप्टर राहत कार्य में लगाए गए थे। पुलिस, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट अथॉरिटी और स्थानीय मछुआरों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बचाए गए लोगों को जेटी और न्यायालय पास के अस्पतालों में ले जाया गया। उनमें से चार की हालत गंभीर बताई गई है।

मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की सहायता घोषणाएँ

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिवारों को ₹5 लाख सहायता राशि देने की घोषणा की है। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिवारों को ₹2 लाख और घायल लोगों को ₹50,000 देने की घोषणा की है।

सुरक्षा प्रोटोकॉल और यात्री संख्या पर चिंताएं

इस हादसे ने सुरक्षा प्रोटोकॉल को लेकर गहराई से चिंताएं उठाई हैं। कोलाबा पुलिस के एक जांच अधिकारी ने कहा है कि नौका पर लोगों की संख्या ज्यादा थी और पर्याप्त सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं थे। महाराष्ट्र समुद्री मंडल (एमएमबी) द्वारा नौका पर यात्रियों की सटीक संख्या के लिए जांच शुरू कर दी गई है।

घटना से जुड़ी जानकारियाँ

नेवी स्पीड बोट में सवार छह लोगों में से दो नौसैनिक और चार ओईएम कर्मी थे। टकराने से प्रभावित हुए यात्री मुख्यत: मुम्बई के निवासी थे, लेकिन उनमें विभिन्न भारतीय राज्यों के लोग जैसे पश्चिम बंगाल, केरल और राजस्थान के पर्यटक और कुछ विदेशी नागरिक भी शामिल थे।

इस दुर्घटना ने समुद्री यात्रा में सुरक्षा प्रोटोकॉल की अनदेखी की ओर ध्यान दिलाया है। हादसे की जाँच जारी है और जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि भविष्य में ऐसे हादसे ना हों। अनेक विशेषज्ञ विश्वास करते हैं कि इस तरह की दुर्घटनाओं से बचने के लिए कठोर सुरक्षा मानकों और जाँचों की जरूरत है। इसके साथ ही सभी तरह के दस्तावेजीकरण और तात्कालिक आवश्यकताओं को भी जांचा जाना जरूरी है ताकि सुरक्षा प्रोटोकॉल की कमियों को दूर किया जा सके।