Novak Djokovic ने Roland‑Garros में 100वीं जीत दर्ज की, फ्रेंच ओपन सेमीफ़ाइनल में पहुँचे

अक्तू॰, 5 2025

जब Novak Djokovic, Serbian ने 4 जून 2025 को फ्रांस के पेरिस में Roland‑Garros (French Open) के क्वार्टर‑फ़ाइनल में अलेक्ज़ेंडर ज़वरेव को परास्त कर अपना 100वाँ करियर मैच जीत लिया, तब टेनिस इतिहास के पन्ने फिर से हिल गए। यह जीत न केवल खिलाड़ी के 38वें जन्म वर्ष में एक नई माइलस्टोन बनी, बल्कि उसे फ्रेंच ओपन के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक बना दिया।

इतिहास और पृष्ठभूमि

डोज़ेक के लिए इस अवसर तक का सफर आसान नहीं रहा। 24 ग्रैंड स्लैम खिताबों के साथ, वह पहले ही 2023 में जेनीवा में अपना 100वाँ करियर टाइटल जीत चुका था, पर फ्रेंच ओपन पर कई विशेषज्ञों ने कहा था कि पेरिस की क्ले कोर्ट पर उसकी उम्र एक बाधा बन सकती है। फिर भी, Rafael Nadal के बाद दूसरा खिलाड़ी बनकर, डोज़ेक ने ये साबित कर दिया कि अनुभव भी तेज़ी से कम नहीं होता।

इतिहास में केवल दो नाम हैं जिन्होंने Roland‑Garros पर 100 जीतें हासिल की हैं – राफेल नडाल और अब डोज़ेक। इस हासिल के साथ वह टेनिस के ‘जल्दी बंधन’ क्लब में शामिल हो गया, जहाँ Roger Federer जैसे दिग्गज भी अपना नाम दर्ज करवाने में असमर्थ रहे।

कोर्ट Philippe‑Chatrier पर नाटकीय क्वार्टर‑फ़ाइनल

फ्रेंच ओपन के क्वार्टर‑फ़ाइनल का मुकाबला Court Philippe‑Chatrier पर 3 घंटे 17 मिनट तक चला। पहले सेट में डोज़ेक ने सर्विस गँवाया, ज़वरेव ने 4‑6 से पहले सेट ले लिया। लेकिन दूसरे सेट में डोज़ेक ने अपनी सर्विस को 52% से ऊपर उठाते हुए 6‑3 से जवाब दिया। तीसरे और चौथे सेट में क्रमशः 6‑2, 6‑4 के स्कोर से जीत हासिल कर वह इतिहास रच दिया।

मैच के दौरान एक चौंका देने वाला मोड़ तब आया जब चौथे सेट में 3‑2 तक आगे रहने वाले डोज़ेक पर ब्रेक पॉइंट आया। उसने 41 शॉटों की लम्बी रैली जीतकर स्थिति को संभाला – यह रैली कोर्ट की पूरी चौड़ाई को कवर करती थी और दर्शकों के बीच तालियों की गड़गड़ाहट छा गई।

डोज़ेक ने बाद में कहा, "दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक को ऐसे बड़े मंच पर हराना मेरे लिए बहुत मायने रखता है। मैं इस उम्र में भी खुद को रोज़ाना पुश करता हूँ, यही मेरी शक्ति है।"

सांख्यिकीय उपलब्धियां और रिकॉर्ड

  • 100वाँ करियर मैच जीत – Roland‑Garros में अब तक केवल दो खिलाड़ी (डोज़ेक, नडाल)।
  • 16वीं लगातार French Open क्वार्टर‑फ़ाइनल उपस्थिति, जिससे वह एक नया रिकॉर्ड बनाता है।
  • 51वाँ ग्रैंड स्लैम सेमीफ़ाइनल – यह पुरुषों में क्रिस एवर के कुल रिकॉर्ड से सिर्फ एक कम है।
  • 19वीं क्वार्टर‑फ़ाइनल appearance – Roger Federer के पुराने रिकॉर्ड को तोड़ता है।
  • दूसरा सबसे बुजुर्ग खिलाड़ी (पैनको गोन्ज़ालेस के बाद) Open Era में फ्रेंच ओपन सेमीफ़ाइनल तक पहुँचने वाला।
दूसरे प्रमुख खिलाड़ी और प्रतियोगी

दूसरे प्रमुख खिलाड़ी और प्रतियोगी

डोज़ेक का अगला मुकाबला विश्व नंबर‑वन Jannik Sinner (इटली) के खिलाफ होगा, जो 6 जून को फ्रेंच ओपन के सेमीफ़ाइनल में खेलेंगे। सिन्नर ने इस टूर्नामेंट में 18 लगातार ग्रैंड स्लैम मैच जीतें हैं, जिससे यह मुकाबला दो टेनिस दिग्गजों के बीच जलते हुए संघर्ष जैसा होगा।

डोज़ेक के अलावा, इस साल के फ्रेंच ओपन ने कई नई कहानियां भी लिखी हैं – जैसे इटली के लोरेंज़ो म्यूसेती और जन्निक सिन्नर द्वारा इटालियन पुरुषों की पहली सेमीफ़ाइनल उपस्थिति, और फ्रेंच वाइल्डकार्ड लॉइस बोइसन (वर्ल्ड रैंक 361) का जेसिका पেগुला को हराकर 2017 के बाद पहली महिला को क्वार्टर‑फ़ाइनल तक ले जाना।

भविष्य की संभावनाएँ और प्रभाव

डोज़ेक के लिए अब सवाल यह है कि क्या वह 25वाँ ग्रैंड स्लैम खिताब अपने हाथ में लगा पाएगा। उसके फायदे – अनुभव, कोर्ट पर मानसिक दृढ़ता, और आज के मैच में दिखी हुई शारीरिक फिटनेस – उसे प्रतियोगिता में आगे बढ़ाते हैं। दूसरी ओर, उम्र की सीमा और लगातार मैचों की थकान को देखते हुए प्रतिस्पर्धा बहुत कड़ी है।

फ़्रेंच ओपन की इस श्रृंखला ने दिखाया कि टेनिस में उम्र के साथ भी उच्च स्तर की खेले जा सकती है, जिससे युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है। साथ ही, इस जीत ने डोज़ेक को पुनः शीर्ष पर लाने का संकेत दिया, जिससे आगामी सटीस (इटली) और आदि बड़े टुर्नामेंटों में उसकी दावेदारी और भी तेज़ हो जाएगी।

समापन

समापन

संक्षेप में, 4 जून 2025 को Roland‑Garros में डोज़ेक की 100वीं जीत ने न सिर्फ़ इतिहास में एक नई इबारत लिखी, बल्कि टेनिस के भविष्य को भी एक नई दिशा दी। अब बचे केवल एक बार: सेमीफ़ाइनल में सिन्नर के खिलाफ लड़ाई, जहाँ दोनों खिलाड़ियों की उम्र, फ़ॉर्म और आँकड़े एक-दूसरे को चुनौती देंगे। टेनिस प्रेमियों के लिए यह मुकाबला नज़र न हटाने लायक होगा।

Frequently Asked Questions

Novak Djokovic की 100वीं जीत का क्या महत्व है?

यह जीत डोज़ेक को केवल दो खिलाड़ियों में शुमार करती है—राफ़ेल नडाल के बाद—जिन्होंने Roland‑Garros पर 100 मैच जीते हैं। यह आँकड़ा उनके करियर के स्थायित्व को दर्शाता है और उन्हें ग्रैंड स्लैम इतिहास में एक नई परत जोड़ता है।

डोज़ेक के अगले प्रतिद्वंद्वी कौन हैं और उनका रिकॉर्ड क्या है?

डोज़ेक का अगला सामना विश्व नंबर‑वन इटालियन Jannik Sinner से होगा। सिन्नर ने इस टुर्नामेंट में 18 लगातार ग्रैंड स्लैम जीत रखी है और वह अपनी गति और पॉवर के कारण वर्तमान में टेनिस की नई पीढ़ी का प्रतीक माना जाता है।

क्या इस जीत से डोज़ेक को 25वाँ ग्रैंड स्लैम जीतने का मौका बढ़ता है?

हाँ, 100वीं जीत और लगातार क्वार्टर‑फ़ाइनल उपस्थिति से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। यदि वह सेमीफ़ाइनल में सिन्नर को परास्त कर फाइनल तक पहुंचे, तो उनका 25वां ग्रैंड स्लैम खिताब संभव हो सकता है, जिससे वह इतिहास में सबसे अधिक बड़े खिताब वाले खिलाड़ी बनेंगे।

Roland‑Garros में इस साल कौन-कौन सी नई रिकॉर्ड स्थापित हुई?

डोज़ेक ने क्वार्टर‑फ़ाइनल में 19वीं उपस्थिति कर Federer का रिकॉर्ड तोड़ा। साथ ही, इटालियन पुरुषों ने पहली बार दो खिलाड़ियों (Lorenzo Musetti और Jannik Sinner) के साथ सेमीफ़ाइनल में जगह बनाई, जो 1960 के बाद की पहली बार है।

डोज़ेक ने इस मैच में अपनी सर्विस कैसे सुधारी?

पहले सेट में उनका पहला सर्व 52% था, लेकिन तै सुऱज के बाद उन्होंने रैकेट बदलकर सर्विस को स्थिर किया। बाकी खेल में उन्होंने सर्विस ग़लती नहीं दोहराई, जिससे ज़वरेव पर दबाव बना और वह लगातार ब्रेक नहीं ले सके।

3 टिप्पणि

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    Urmil Pathak

    अक्तूबर 5, 2025 AT 22:25

    डोज़ेक की 100वीं जीत वाकई में एक बड़ी उपलब्धि है। क्ले कोर्ट पर इतनी उम्र में भी जीत हासिल करना प्रेरणादायक है।

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    Neha Godambe

    अक्तूबर 15, 2025 AT 18:32

    Novak Djokovic ने Roland‑Garros में जो ऐतिहासिक 100वीं जीत हासिल की, वह टेनिस की दुनिया में एक मील का पत्थर है। यह न सिर्फ़ व्यक्तिगत माइलस्टोन है, बल्कि यह दर्शाता है कि अनुभव और दृढ़ता कैसे उम्र की सीमाओं को पार कर सकती है। इस जीत से कई युवा खिलाड़ी प्रेरित होंगे कि वे अपने सपनों को कभी नहीं छोड़ें। क्ले कोर्ट की कठिनाई को देखते हुए डोज़ेक की रणनीति और फिटनेस का स्तर अत्यंत उल्लेखनीय था। उनका मानसिक स्थिरता और फोकस इस जीत की मुख्य कारण थे। इस मैच में उन्होंने कई ब्रेक पॉइंट को संभाला और अपने सर्विस को सुधारते हुए रैली को अपने पक्ष में मोड़ दिया। वह हर सेट में अपनी ताकत दिखाते रहे, चाहे वह सर्विस हो या बैकहैंड। इस जीत से उनके करियर में 38वें वर्ष में नई गतिशीलता आई है, जो दर्शाता है कि उम्र सिर्फ़ एक नंबर है। इस जीत ने उनकी ग्रैंड स्लैम रिकॉर्ड को भी और प्रबल किया, जिससे वह 51वें सेमीफ़ाइनल में थे। साथ ही, यह रिकॉर्ड उनके निरंतर क्वार्टर‑फ़ाइनल उपस्थिति को भी उजागर करता है, जो अब 16 साल की लगातार भागीदारी है। उनके अगले विरोधी, Jannik Sinner, एक तेज़ और ऊर्जावान खिलाड़ी हैं, लेकिन डोज़ेक के पास अनुभव का खजाना है। इस मुकाबले में दोनों खिलाड़ियों की शैली का टकराव बहुत रोमांचक होगा। डोज़ेक ने अपने पिछले मैच में दिखाया था कि वह शारीरिक रूप से भी फिट हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा। इस जीत से उनके फैन बेस में भी उत्साह का उमंग आया है, और सोशल मीडिया पर उनके प्रशंसा के संदेश बख़ूबी गूंजे। अंततः, यह जीत डोज़ेक को इतिहास के पन्नों में एक और चमकदार स्थान देगी और टेनिस के भविष्य को एक नई दिशा देगी।

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    rupesh kantaria

    अक्तूबर 25, 2025 AT 14:39

    डोज़ेक जी का यह ऐतिहासिक जीत न केवल उनका व्यक्तिगत माइलस्टोन है, बल्कि टेनिस जगत में एक बेज़ोड़ कारनामा भी है। उन्होंने क्ले कोर्ट की कठीनाई को एक कुशलता के साथ पार किया, जिसका ब्योरा हाल के फायनल में साफ़ दिखता है। यह तथ्य कि उन्होंने 100 मैचों का जीत रिकॉर्ड एक साथ बनाया, यह उनकी निरन्तरता और दृढ़ता को दर्शाता है। उन्होंने इस जीत के दौरान अपने सेवा प्रतिशत को 52% से अधिक कर दिखाया। इसके साथ-साथ उनकी रैली की लम्बाई भी उल्लेखनीय थी, जैसे 41 शॉट की रैली। यह दिखाता है कि उनकी फिटनेस अभी भी टॉप लेवल पर है। इस सफलता से उनका आत्मविश्वास और भी बढ़ेगा। इससे आगे के मैचों में उनकी रणनीति में बेहतर मौका मिलेगा। इस तरह की उपलब्धियां युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करती हैं। टेनिस में उम्र का बंधन केवल एक आंकड़ा है, जैसा कि उन्होंने सिद्ध किया। महात्मा गांधी ने कहा था कि "सफलता की कुंजी निरन्तर प्रयास है"; डोज़ेक ने यही सिद्ध किया। भविष्य में भी हम उनसे और बड़े रिकॉर्ड देखने की आशा कर सकते हैं।
    अन्य प्रतियोगियों के लिए यह एक चेतावनी है कि अनुभव को हल्के में नहीं लेना चाहिए।

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