डीएमके - तमिलनाडु की प्रमुख राजनीतिक पार्टी

जब हम डीएमके, ड्राविडा मुनेत्र कज़हगम एक सामाजिक‑राजनीतिक पार्टी है जो 1949 में तमिलनाडु में स्थापित हुई. अक्सर इसे ड्राविडियन पार्टी कहा जाता है, यह तमिलनाडु राजनीति को आकार देती है और MK Stalin जैसे नेता राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रभाव रखते हैं।

चुनावी रणनीति और गठबंधन

डिजिटलीकरण और युवा सहभागिता को अपनी डीएमके की सबसे बड़ी ताकत माना जाता है। पार्टी हर चुनाव में चुनाव अभियान को स्थानीय मुद्दों और सामाजिक न्याय से जोड़ती है, जिससे मतदान वर्ग के साथ गहरा जुड़ाव बनता है। इसके अलावा, पार्टी की गठबंधन नीति ने कई बार राज्य‑सामरिक संतुलन बनाए रखा है; उदाहरण के तौर पर, राष्ट्रीय स्तर पर सेंटर‑राज्य गठबंधन के माध्यम से केंद्र में भी आवाज़ मिलती है। इस प्रकार, "डीएमके" की सफलता में प्रभावी अभियान प्रबंधन और रणनीतिक साझेदारी दोनों जरूरी हैं।

विचारधारा के लिहाज़ से, पार्टी सामाजिक न्याय, शिक्षा सुधार और स्वास्थ्य सेवा की वकालत करती है। पिछले कुछ सालों में, उन्होंने शिक्षा नीति में मुफ्त ट्यूशन और डिजिटल कक्षाओं का विस्तार किया, जिससे ग्रामीण छात्रों को सीखने के नए अवसर मिले। स्वास्थ्य के क्षेत्र में, सरकार ने आधारभूत स्वास्थ्य योजना लागू की, जिससे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की पहुंच बढ़ी। ये पहलें स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डि.एम.के. की नीति‑उन्मुख सोच को दर्शाती हैं।

राजनीतिक रूप से, केंद्र सरकार के साथ डि.एम.के. का संबंध कभी‑कभी विरोधी, कभी‑कभी सहयोगी रहा है। संसद में उनकी सीटों की संख्या और राज्य विधानसभा में बहुमत, दोनों ही राष्ट्रीय निर्णयों में भूमिका तय करते हैं। जब डि.एम.के. केंद्र में शेयरधारक बन जाता है, तो सामाजिक कल्याण और भाषा संरक्षण से जुड़े बिलों की संभावना बढ़ जाती है। इस प्रकार, "ड्राविडा मुनेत्र कज़हगम" केवल एक राज्य पार्टी नहीं, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति के महत्वपूर्ण खिलाड़ी का रूप लेता है।

नीचे आप डि.एम.के. से जुड़ी सबसे ताज़ा खबरें, विश्लेषण और विशेषज्ञ राय पाएँगे। चाहे वह नवीनतम चुनावी परिणाम हों, पार्टी की नीति घोषणाएँ हों, या उत्तरार्ध में होने वाले विकास पर चर्चा, इस संग्रह में सब कुछ व्यवस्थित रूप से प्रस्तुत है। आगे पढ़ें और जानें कि डि.एम.के. के कदम आपके जीवन को कैसे प्रभावित कर सकते हैं।

उधयनिधि स्टालिन की उपमुख्यमंत्री के रूप में नियुक्ति पर प्रतिक्रिया

उधयनिधि स्टालिन की उपमुख्यमंत्री के रूप में नियुक्ति पर प्रतिक्रिया

उधयनिधि स्टालिन ने उपमुख्यमंत्री के रूप में अपनी नियुक्ति पर हो रही आलोचना का सामना करते हुए कहा है कि वह अपने कार्यों के माध्यम से इसका जवाब देंगे। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उधयनिधि को 29 सितंबर 2024 को शपथ दिलाई गई थी, और उन्हें योजना और विकास का विभाग भी सौंपा गया है। विपक्षी दलों ने इसे 'वंशवाद राजनीति' का उदाहरण बताया है।