ITF डबल्स रैंकिंग – क्या है और कैसे अपडेट होती है?

जब बात ITF डबल्स रैंकिंग की आती है, तो इसका मतलब है इंटरनेशनल टेनिस फ़ेडरेशन (ITF) द्वारा जारी द्विपक्षीय (डबल्स) खिलाड़ियों की विश्व स्तर पर क्रमबद्ध सूची। यह रैंकिंग प्रत्येक खिलाड़ी की हालिया प्रदर्शन पर आधारित होती है, जिसमें ITF सिंगल्स रैंकिंग, इसी फेडरेशन के सिंगल्स (एकल) खिलाड़ियों की रैंकिंग, सिंगल्स रैंकिंग और WTA रैंकिंग, वुमेन्स टेनिस एसोसिएशन की प्रोफेशनल महिला खिलाड़ियों की रैंकिंग, वुमेन्स रैंकिंग से अलग मानदंड होते हैं, लेकिन दोनों ही टूर पॉइंट्स के साझा सिद्धांत पर चलते हैं। ये रैंकिंग्स टूर्नामेंट पॉइंट्स, खिलाड़ियों को विभिन्न ITF इवेंट्स में अर्जित अंक, रैंकिंग अंक के आधार पर निर्धारित होती हैं और प्रत्येक माह अपडेट होती हैं। ITF डबल्स रैंकिंग जानने से आप यह समझ पाएँगे कि कौन से जोड़े अगले ग्रैंड स्लैम या वर्ल्ड टूर इवेंट में प्रवेश पाने की सबसे बेहतर स्थिति में हैं।

रैंकिंग के प्रमुख घटक और उनका असर

ITF डबल्स रैंकिंग दो मुख्य घटकों से बनती है: मैच जीत के लिए मिलने वाले बेसिक पॉइंट्स और टूर्नामेंट की श्रेणी (ग्रेड) के अनुसार बोनस पॉइंट्स। उदाहरण के लिए, Futures इवेंट्स में जीतने पर कम अंक मिलते हैं, जबकि ITF वर्ल्ड टूर के उच्च श्रेणी वाले इवेंट्स (जैसे $25k, $60k) में जीतने से अधिक अंक जोड़ते हैं। यह वही प्रणाली है जो ITF सिंगल्स रैंकिंग में उपयोग होती है, पर डबल्स में दोनों खिलाड़ियों को समान अंक मिलते हैं, जिससे साझेदारी की स्थिरता भी रैंकिंग पर असर डालती है।

हर महीने अंत में ITF सभी मान्य इवेंट्स के आँकड़े एकत्र करता है और रैंकिंग को पुनर्गणित करता है। इस प्रक्रिया में WTA रैंकिंग के साथ कुछ ओवरलैप भी दिखता है, क्योंकि कई महिला डबल्स खिलाड़ी दोनों रैंकिंग्स में दिखाई देती हैं। जब कोई खिलाड़ी दोनों सिंगल्स और डबल्स में लगातार प्रदर्शन करता है, तो उसका कुल टूर पॉइंट्स बढ़ता है, जिससे वह बड़े इवेंट्स में डायरेक्ट एंट्री या क्वालिफ़ायरिंग राउंड बायपास कर सकती है। यही कारण है कि कई प्रोफेशनल खिलाड़ी अपने डबल्स पार्टनर को स्थायी रूप से चुनते हैं – एक मजबूत साझेदारी अंक की स्थिरता लाती है।

रैंकिंग का प्रभाव केवल प्रवेश अधिकार तक नहीं सीमित है; स्पॉन्सरशिप और फाइनेंशियल इनाम भी रैंकिंग पर निर्भर करते हैं। कई राष्ट्रीय टेनिस संघ उच्च रैंक वाले डबल्स जोड़ों को फ़ंडिंग या कोचिंग सपोर्ट देते हैं। इसलिए, यदि आप डबल्स में करियर बनाना चाहते हैं, तो ITF डबल्स रैंकिंग को लगातार ट्रैक करना और अपने टूर्नामेंट चयन को रणनीतिक रूप से नियोजित करना आवश्यक है।

इसके अलावा, रैंकिंग बदलाव कभी-कभी बड़े टूर्नामेंट के ड्रा (ड्रॉ) को भी प्रभावित करता है। ग्रैंड स्लैम जैसे इवेंट्स में सिडिंग (सीडिंग) अक्सर रैंकिंग के आधार पर की जाती है। एक बेहतर सीडिंग न केवल शुरुआती राउंड में आसान प्रतिद्वंद्वियों से बचाव करती है, बल्कि आधे फ़ाइनल तक पहुँचने की संभावनाओं को भी बढ़ाती है। इसलिए, जब आप अगली बार अपनी डबल्स रैंकिंग चेक करें, तो यह भी देखें कि आपका वर्तमान सीडिंग स्थिति क्या है और कौन से इवेंट्स आपको आवश्यक अंक जोड़ने में मदद कर सकते हैं।

सारांश में, ITF डबल्स रैंकिंग टेनिस दुनिया में डबल्स खिलाड़ियों के करियर पाथ को परिभाषित करने वाला एक महत्वपूर्ण मापदंड है। यह रैंकिंग न केवल अंक प्रणाली और टूर्नामेंट ग्रेड से जुड़ी है, बल्कि ITF सिंगल्स रैंकिंग, WTA रैंकिंग और टूर पॉइंट्स जैसे पड़ोसी अवधारणाओं के साथ घनिष्ठ रूप से इंटरैक्ट करती है। नीचे दी गई लेख सूची में आप नवीनतम रैंकिंग अपडेट, प्रमुख इवेंट्स के परिणाम, और डबल्स का भविष्य कैसे आकार ले रहा है, इस पर विस्तृत विश्लेषण पाएँगे।

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25 वर्षीया टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव, ITF में 113 की डबल्स रैंकिंग और हरियाणा में 5वीं पंक्ति में रही थीं। उन्होंने गुरुग्राम में अपना टेनिस अकादमी चलाया। सितम्बर 2025 में पिता द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गईं। यह घटना घरेलू हिंसा और महिला खेल प्रतिभाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाती है।