When working with जैवलिन थ्रो, एक अद्वितीय गेंदबाजी स्टाइल है जो बॉल को हवा में लहराते हुए लक्ष्य तक पहुँचा देती है. Also known as झील‑जैसा फेंक, it क्रिकेट के बॉलिंग विकल्प में विविधता लाने के लिए प्रयोग होता है.
यह तकनीक क्रिकेट, एक टीम खेल जिसमें बैट, बॉल और फील्डिंग का समन्वय होता है के कई फॉर्मेट में उपयोगी साबित हुई है। खासकर टी20 और वन‑डे में बल्लेबाजों को असुविधा देने के लिए बॉलिंग, गेंदबाज़ी की कला, जिसमें गति, लिनीयरिटी और ग्रिप शामिल है के साथ स्पिन का मिश्रण किया जाता है। जब बॉल को स्लो‑स्विंग के साथ किया जाता है, तो वह न केवल रफ़्तार में बदलाव लाती है बल्कि बाउंड्री के पास के स्कोरिंग क्षेत्रों को भी अंधा कर देती है।
संबंधित रूप से स्पिन, गेंद को घुमाकर विपरीत दिशा में मोड़ने की तकनीक जैवलिन थ्रो को और प्रभावी बनाती है। कई अंतर्राष्ट्रीय लीगों ने इस विधि को अपनाकर गेंदबाज़ी में नई रणनीति जोड़ी है, जिससे विकेट‑टेकिंग और आर्थिक ओवर की संभावना बढ़ती है। नीचे आप इस टैग से जुड़ी नवीनतम समाचार, मैच रिव्यू और विशेषज्ञ विश्लेषण पढ़ेंगे—सभी इस तकनीक के असर को दिखाते हुए।
नीरज चोपड़ा ने लॉज़ेन डायमंड लीग 2024 में दूसरे स्थान पर रहते हुए एक शानदार प्रदर्शन किया और 89.49 मीटर की दूरी तक थ्रो किया। इस प्रतियोगिता में ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स ने नए मीट रिकॉर्ड के साथ पहला स्थान हासिल किया। चोपड़ा के लिए यह सीजन का सर्वश्रेष्ठ थ्रो था।