करवा चौथ 2025 – तिथि, महत्त्व और रिवाज़

जब आप करवा चौथ 2025, हिन्दू महिलाएँ अपने पति की लंबी उम्र के लिये रखती हुई परम्परागत व्रत है. इसे आमतौर पर विवाह व्रत कहा जाता है, तो यह त्यौहार व्रत और सूर्य के साथ गहरा संबंध रखता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य पति‑पत्नी के बंधन को सुदृढ़ करना और स्वास्थ्य‑संपन्नता का आशीर्वाद प्राप्त करना है।

करवा चौथ 2025 की तिथि 15 नवंबर 2025 को होगी, जो अहीर द्वादशी के दिन पड़ती है। इस दिन सुबह सूर्योदय से पहले सती धूप में उठकर सर्गा (साँचा) तैयार करती हैं, फिर सुबह के स्नान के बाद दीवाली 2025 की तैयारियों में मदद कर सकती हैं, क्योंकि दोनों त्यौहार एक‑दूसरे के करीब आते हैं और घर की सजावट, मिठाइयाँ और प्रकाश‑सज्जा एक साथ की जाती है।करवा चौथ 2025 व्रत को पूरा करने के लिये सूर्य का दर्शन अनिवार्य है, इसलिए महिलाएँ सुबह‑सूर्य को देखते हुए जल‑पानी या फल‑फूल से प्रसाद रखती हैं। सूर्य‑दर्शन के बाद, सारा दिन बिना पानी के रहना पड़ता है, लेकिन शाम को चाँद देखना अनिवार्य है; चौथी रात में चाँद को देख कर पति को आशीसँपादन के साथ व्रत तोड़ते हैं। इस प्रक्रिया में पारिवारिक माहौल का बहुत महत्व होता है और सर्थक सामाजिक बंधन गहरा होते हैं।

रिश्ते को और मज़बूत बनाने के लिये पारिवारिक समारोह में कई छोटे‑छोटे रिवाज़ शामिल होते हैं। सजीव संगीत, पारम्परिक गाने और छोटे‑छोटे खेल महिलाओं को एकत्रित करते हैं। सर्गा के साथ सारा‑गुलाब, काजू‑बादाम के स्नैक और दही‑रोटी की थाली तैयार की जाती है, जो सत्रह घंटे के उपवास के बाद ऊर्जा देती है। शादी‑शुदा महिलाओं को इस दिन विशेष परिधान, जैसे लाल या गुलाबी साड़ी, कान की बालियों, टी-फॉरम मेक‑अप, तथा हाथ में चूड़ी पहननी चाहिए। आजकल सोशल मीडिया पर कई ब्लॉगर और एक्सपर्ट झटपट रेसिपी और मेक‑अप ट्यूटोरियल शेयर करते हैं, जिससे तैयारियों में आसानी होती है।

करवा चौथ 2025 की तैयारियों में कुछ प्रमुख बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है:

  • सर्गा में साफ‑सुथरा पानी, फूल‑पत्ते और मिठाइयाँ रखें, ताकि सूर्य‑दर्शन के समय शुद्धता बनी रहे।
  • ऊर्जा‑सेवन के लिये नाश्ते में फलों की जल्दी‑जल्दी खपत करें; बाद में फल‑नाश्ता अधिक नहीं करना चाहिए।
  • शाम को चाँद दिखने से पहले, मोहल्ले या पड़ोस में महिलाओं के साथ मिलकर ‘पण्डाल’ तैयार करें और आरती गाएँ।
  • व्रत समाप्त होते ही हल्का‑हल्का भोजन लें, जैसे खिचड़ी, दही और फल‑सलाद ताकि पेट पर हल्का असर पड़े।
इन टिप्स के अलावा, ज्योतिषीय दृष्टिकोण से 2025 में अंक‑ज्योतिष के अनुसार 12 अक्टूबर को मूलांक‑4 वाले लोगों के लिये विशेष लाभ है, जिससे व्रत‑सम्बन्धी उपायों को सही समय पर किया जा सके।

अब आप करवा चौथ 2025 की तिथि, रीति‑रिवाज़ और तैयारी से जुड़ी पूरी तस्वीर देख चुके हैं। नीचे आपको इस विषय से संबंधित खबरें, टिप्स, व्रत‑विधि और विविध लेख मिलेंगे जो आपके इस खास दिन को और यादगार बनाएंगे। पढ़ते रहें और इस परम्परा को पूरी श्रद्धा के साथ मनाने के लिए तैयार हो जाएँ।

करवा चौथ 2025: दिल्ली‑मुम्बई के चाँद उठने के सटीक समय और पूजा मुहूर्त

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10 अक्टूबर को मनाया गया करवा चौथ 2025, जहां दिल्ली‑मुंबई सहित प्रमुख शहरों में चाँद उठने के सटीक समय और पूजा मुहूर्त की तालिका प्रकाशित हुई। महिलाओं ने निरझला व्रत रखकर अपने पतियों की लंबी आयु की कामना की।