करवा चौथ 2025: दिल्ली‑मुम्बई के चाँद उठने के सटीक समय और पूजा मुहूर्त

अक्तू॰, 11 2025

जब करवा चौथ 2025भारत आया, तो लाखों विवाहित महिलाओं ने अपने पतियों की लंबी उम्र के लिये निरझला व्रत रखा। इस वर्ष का व्रत शुक्रवार, 10 अक्टूबर को शुरू हुआ, सूर्योदय से लेकर चाँद दिखने तक कोई खाना‑पानी नहीं।

करवा चौथ का इतिहास और सांस्कृतिक महत्व

करवा चौथ हिन्दू पंचांग के कार्तिक महीने की चौथी तिथि को मनाया जाता है। प्राचीन कथा के अनुसार, सती हैंना ने अपने प्रिय पति को बचाने के लिये चंद्रमा को देख कर व्रत तोड़ने का नियम बनवाया। समय के साथ यह परंपरा उत्तरी भारत में खासकर उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली‑एनसीआर में धूमधाम से मनायी जाती है।

2025 के मुख्य पूजा मुहूर्त और चाँद के समय

विचित्र बात यह है कि News18 ने 20:06 IST पर एक लाइव अपडेट में बताया कि दिल्ली‑एनसीआर में पूजा मुहूर्त 5:57 PM से 7:11 PM तक रहेगा, जबकि चाँद का उदय 8:13 PM (दिल्ली, नॉइडा) तथा 8:14 PM (गुड़गांव) पर अनुमानित है। दूसरी ओर, ABP Live ने थोड़ी अलग समय‑सारणी दी – दिल्ली में पूजा 6:05 PM‑7:22 PM और चाँद 8:17 PM पर दिखेगा। मुंबई, कोलकाता, लखनऊ, जयपुर और चंडीगढ़ जैसे शहरों में भी मुहूर्त के अंतर के कारण हर परिवार को अपना टाइम टेबल देखना पड़ेगा।

शहर‑वार टाइमटेबल

  • दिल्ली – पूजा 5:57 PM‑7:11 PM, चाँद 8:13‑8:17 PM
  • मुंबई – पूजा 6:10 PM‑7:25 PM, चाँद 8:43 PM (ABP Live)
  • कोलकाता – पूजा 5:45 PM‑7:00 PM, चाँद 7:55 PM
  • लखनऊ – पूजा 5:58 PM‑7:15 PM, चाँद 8:09‑8:20 PM
  • जयपुर – पूजा 6:00 PM‑7:18 PM, चाँद 8:21 PM
  • चंडीगढ़ – पूजा 6:02 PM‑7:20 PM, चाँद 8:15 PM

समय‑सारणी में अंतर मुख्यतः विभिन्न पंचांग गणनाओं और भौगोलिक अक्षांश‑देशांतर के कारण है। Drik Panchang की रिपोर्ट के अनुसार, नई दिल्ली में उपवास का समय 6:19 AM‑8:13 PM निर्धारित किया गया था।

विचार और प्रतिक्रियाएँ

लाइव हिंदुस्तान के रिपोर्टर योगेश जोशी ने 8:06 PM पर बताया कि महिलाएं निरझला व्रत रख रही हैं और चाँद देख कर ही अर्घ्य अर्पित कर व्रत तोड़ती हैं। उन्होंने कहा, “जैसे ही चाँद की पहली किरण दिखी, घर‑घर में उत्सव की ध्वनि गूँज उठी।”

Navbharat Times ने बताया कि अर्घ्य में जौ, शहद, गंगा जल और दुध का मिश्रण होते हैं, जो महिलाएं अपने दोपट्टे में बंधी चावल की मात्रा के साथ चंद्रमा को चढ़ाती हैं। इसी बीच Amar Ujala ने रिपोर्ट किया कि रात के 8:30 PM के आस‑पास चाँद स्पष्ट दिखाई दिया, जिससे व्रत तोड़ने की प्रक्रिया सुगम हुई।

भविष्य में क्या बदल सकता है?

भविष्य में क्या बदल सकता है?

डिजिटल पंचांग और मोबाइल एप्लिकेशन के प्रसार से अब कारीगरों को स्थानीय समय‑क्षेत्र के हिसाब से सटीक डेटा मिलने में आसानी हो रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले few वर्षों में अधिक शहर‑स्तरीय एआई‑आधारित वैधता प्रणाली लागू हो सकती है, जिससे हर महिला को अपने घर के एरिया कोड के अनुसार एक ही समय‑सूचना मिल सके।

मुख्य तथ्य

  • करवा चौथ 2025 का दिन: 10 अक्टूबर, शुक्रवार
  • मुख्य पूजा मुहूर्त: 5:45 PM‑7:25 PM (शहर‑अनुसार)
  • दिल्ली‑एनसीआर में चाँद उठने का समय: 8:13‑8:17 PM
  • व्रत : निरझला (पानी‑बिना) सुबह 6:19 AM से चाँद के दर्शन तक
  • मुख्य स्रोत: News18, ABP Live, Drik Panchang, Navbharat Times, Amar Ujala

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

करवा चौथ 2025 के व्रत का सही समय कैसे तय किया जाता है?

व्रत का समय सूर्य उदय से लेकर चाँद के प्रथम दृश्य तक तय किया जाता है। पंचांग के आधार पर सूर्योदय का समय अलग‑अलग शहरों में 6:10 AM‑6:30 AM रहता है, जबकि चाँद का उदय स्थानीय टाइमजोन के अनुसार 7:55 PM‑8:45 PM के बीच होता है।

क्या सभी शहरों में पूजा मुहूर्त एक ही होता है?

नहीं। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, लखनऊ, जयपुर और चंडीगढ़ जैसे बड़े शहरों में स्थानीय पंचांग और सूर्य‑चंद्र की गति के आधार पर अलग‑अलग पूजा मुहूर्त निर्धारित किया जाता है। यह अंतर मुख्यतः अक्षांश‑देशांतर के कारण होता है।

करवा चौथ पर अर्घ्य में कौन‑सी चीज़ें उपयोग की जाती हैं?

परम्परागत अर्घ्य में शुद्ध गंगा जल, ताजा दूध, शहद और सूखी जौ (या चावल) को मिश्रित करके लोटा में रखा जाता है। यह मिश्रण महिला अपने दोपट्टे में बंधे चावल के दानों के साथ चाँद को अर्पित करती है।

करवा चौथ 2025 में किसे सबसे ज्यादा प्रभावित करेगा?

उत्तरी भारत में लाखों विवाहित महिलाएँ इस दिन निरझला व्रत रखती हैं, इसलिए उन्हें सबसे अधिक प्रभावित करता है। साथ ही, रेस्टोरेंट, फ़्लॉरिस्ट और ज्वैलर जैसी सेवाएँ भी इस अवसर पर व्यस्त रहती हैं।

अगले साल करवा चौथ के लिए क्या बदलाव संभावित हैं?

डिजिटल पंचांग एप्स की लोकप्रियता और एआई‑आधारित स्थानीय समय‑सारणी के उपयोग से व्रत और पूजा के सही समय की जानकारी और सटीक होगी। इससे देर‑से‑डिनर या ग़लत समय पर अर्घ्य अर्पित करने की संभावना घटेगी।

1 Comment

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    Madhav Kumthekar

    अक्तूबर 11, 2025 AT 01:32

    करवा चौथा के व्रत में समय की सटीकता बहुत मायने रखती है। महिलाएं सूर्योदय से लेकर चाँद के प्रथम दर्शन तक कुछ नहीं खातीं। इस साल का प्रारंभिक समय सुबह 6:19 AM निर्धारित किया गया था, जो कई शहरों में थोड़ा अलग हो सकता है। दिल्ली‑एनसीआर में पूजा का मुहूर्त 5:57 PM से 7:11 PM तक रखा गया है। मुंबई में यह थोड़ा देर से, 6:10 PM से 7:25 PM तक है। कोलकाता में पूजा 5:45 PM से 7:00 PM तक चलती है। लखनऊ, जयपुर और चंडीगढ़ में भी उनके अपने‑अपने समय‑सारणी हैं। चाँद का उदय दिल्ली में 8:13 PM के आसपास अनुमानित है, जबकि मुंबई में 8:43 PM बताया गया है। पंचांग की विभिन्न गणनाओं के कारण छोटे‑छोटे अंतर होते हैं। लोगों को अपने स्थानीय टाइमजोन के अनुसार तालिका देखनी चाहिए। डिजिटल पंचांग एप्स ने इस प्रक्रिया को आसान बना दिया है। अब मोबाइल पर एक ही क्लिक से सटीक समय मिल सकता है। एआई‑आधारित समाधान भविष्य में इसको और सटीक बना सकते हैं। ऐसे तकनीकी प्रगति से देर‑से‑डिनर या गलत अर्घ्य का जोखिम कम होगा। साथ ही, महिलाओं को व्रत के दौरान पोषक तत्वों की योजना बनाने में मदद मिलेगी। कुल मिलाकर, इस साल का करवा चौथा समय‑सारणी में कुछ बदलाव दिखा रहा है, लेकिन परम्परा की भावना वही है।

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