क्रूड बम क्या है? – परिभाषा, जोखिम और सुरक्षा उपाय

जब हम क्रूड बम, एक कच्चे पेट्रोलियम उत्पाद से गठित विस्फोटक को कहते हैं, जो आम तौर पर तेल शोधन प्रक्रिया के बाय‑प्रॉडक्ट में पाए जाने वाले हाइड्रोकार्बन मिश्रणों से बनाया जाता है. Also known as कच्चा विस्फोटक, it सामान्य सुरक्षा जांच को बायपास कर सकता है, इसलिए आतंकवादी समूहों और अनधिकृत कारागारों में इसकी लोकप्रियता है. इसी कारण इसका अध्ययन सिर्फ रसायन विज्ञान तक सीमित नहीं, बल्कि तेल, ज्यादा तर कच्चे तेल (क्रूड) से निकाले जाने वाले विभिन्न हाइड्रोकार्बन का मुख्य स्रोत है और सुरक्षा, राष्ट्र स्तर की सुरक्षा एजेंसियों द्वारा लागू किए जाने वाले उपायों की श्रेणी को दर्शाता है के साथ गहरा सम्बन्ध रखता है। एक साधारण तथ्य जो अक्सर नजरअंदाज़ हो जाता है: क्रूड बम बनते समय ताप, दबाव और रासायनिक अभिक्रिया की माइक्रो‑कंडिशन पर बहुत सटीक नियंत्रण चाहिए, इसलिए इसका निर्माण पेशेवर उपकरण या लैब से आसानी से नहीं होता। लेकिन जब कोई अनजान या कट्टर समूह इन शर्तों को तोड़‑फोड़ कर बना लेता है, तो परिणाम बहुत ही खतरनाक हो जाता है – ध्वंस कक्षीय शक्ति, आग लगना, और विकिरण‑समान प्रभाव। यही कारण है कि फोरेंसिक विशेषज्ञों को अब क्रूड बम के अवशेषों का विश्लेषण करने के लिए विशेष तकनीकें अपनानी पड़ती हैं।

रोहिणी में सीआरपीएफ स्कूल के पास विस्फोट से दिल्ली में हलचल, शुरुआती जांच में क्रूड बम के संकेत

रोहिणी में सीआरपीएफ स्कूल के पास विस्फोट से दिल्ली में हलचल, शुरुआती जांच में क्रूड बम के संकेत

दिल्ली के रोहिणी इलाके के प्रशांत विहार में सीआरपीएफ स्कूल के पास 20 अक्टूबर 2024 को एक रहस्यमयी विस्फोट हुआ। इस धमाके ने स्कूल की दीवार, आसपास की दुकानों और एक पार्क की हुई कार को नुकसान पहुंचाया। पुलिस का मानना है कि क्रूड बम में अमोनियम नाइट्रेट और फॉस्फोरस का प्रयोग किया गया। यह घटना एक बहु-एजेंसी जांच को प्रेरित कर रही है, जिसमें दिल्ली पुलिस सहित कई अन्य एजेंसियां शामिल हैं।