मानसिक स्वास्थ्य

जब हम मानसिक स्वास्थ्य, मन, भावनाओं और व्यवहार का संतुलन जो रोज़ की चुनौतियों को संभालने में मदद करता है. Also known as Mental Health, it forms the foundation for overall well‑being and influences how we react to घटना जैसे वित्तीय बाजार का उतार‑चढ़ाव या त्यौहारों की शोरगुल.

एक स्वस्थ मन तनाव को कम करने की कुंजी है. यहाँ तनाव, वह दबाव जो हमारे शरीर में हार्मोन रिलीज़ कर देता है और यदि लगातार रहे तो स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है को पहचानना और उसके प्रबंधन के तरीके सीखना जरूरी है। डिप्रेशन, दीर्घकालिक उदासी और ऊर्जा में कमी जो रोज़ की गतिविधियों को प्रभावित करती है अक्सर तनाव के बाद उत्पन्न होता है, इसलिए दोनों को अलग‑अलग देखना मददगार रहता है। मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए माइंडफुलनेस, ध्यान, श्वास अभ्यास और वर्तमान पर पूर्ण ध्यान देना जिससे मन शांत रहता है एक प्रभावी उपकरण है।

क्यों समझना ज़रूरी है?

आज के समय में हमारे जीवन में कई कारक मनोवैज्ञानिक दबाव पैदा करते हैं – नौकरी की प्रतिस्पर्धा, सोशल मीडिया की लहर, या अचानक हुई आर्थिक गिरावट जैसे US‑China ट्रेड वॉर या दिवाली के शॉपिंग सीज़न। इन परिस्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य का स्तर सीधा प्रभावित होता है; जब तनाव बढ़ता है तो ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो जाता है, नींद में बाधा आती है और रोग प्रतिरक्षा कमजोर पड़ती है। इसी वजह से विशेषज्ञ कहते हैं कि सही जानकारी और समय पर सहायता बहुत मायने रखती है।

सही कदम उठाकर आप अपने मन को स्वस्थ रख सकते हैं: 1) नियमित शारीरिक व्यायाम, 2) पर्याप्त नींद, 3) माइंडफुलनेस या योग के छोटे‑छोटे सत्र, 4) आवश्यकता पड़ने पर पेशेवर थेरेपी या काउंसलिंग। इन उपायों को अपनाने से तनाव के हार्मोन स्तर घटते हैं और डिप्रेशन के जोखिम में कमी आती है। साथ ही, यह आत्म‑विश्वास बढ़ाता है जिससे आप जीवन की चुनौतियों का सामना बेहतर ढंग से कर सकते हैं।

नीचे आप विभिन्न लेखों और अपडेट्स की एक क्यूरेटेड लिस्ट पाएँगे जो मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी अलग‑अलग परिस्थितियों को कवर करती हैं – चाहे वह महामारी के बाद की असुरक्षा हो, या बड़ी घटनाओं जैसे बाढ़, आर्थिक उतार‑चढ़ाव और सामाजिक बदलाव के दौरान मनोवैज्ञानिक प्रभाव। ये सामग्री आपके लिये व्यवहारिक टिप्स, विशेषज्ञ राय और नवीनतम शोध परिणाम लाती है, जिससे आप अपने दैनिक जीवन में तुरंत उपयोगी बदलाव कर सकते हैं। अब चलिए देखते हैं कौन‑से पोस्ट आपके मानसिक स्वास्थ्य को समझने और सुधारने में मदद करेंगे।

मुंबई : 10 साल के बेटे की हत्या, मां को था स्किज़ोफ्रेनिया – बीमारी के लक्षण और परिवार की अनदेखी

मुंबई : 10 साल के बेटे की हत्या, मां को था स्किज़ोफ्रेनिया – बीमारी के लक्षण और परिवार की अनदेखी

मुंबई के बांद्रा ईस्ट में एक महिला ने मानसिक बीमारी के दौर में अपने 10 साल के बेटे की हत्या कर दी। महिला को स्किज़ोफ्रेनिया था और इलाज चल रहा था। यह घटना परिवारिक तनाव और मानसिक बीमारियों को लेकर जागरूकता की कमी को उजागर करती है। पुलिस और विशेषज्ञ जांच में जुटे हैं।