जब हम प्रधान सचिव, राज्य या केंद्र स्तर पर मुख्य अधिकारी जो सरकार के कार्यों को समन्वित करता है, Also known as मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, वह नीति निर्माण से लेकर बजट नियोजन तक कई पहलुओं को संचालित करता है. यह भूमिका केवल दफ़्तर तक सीमित नहीं, बल्कि योजना बनाना, निर्णय लेना और विभिन्न विभागों को जोड़ना शामिल है।
प्रधान सचिव का काम सरकार, देश के शासन का प्रमुख अंग, जो विधायी, कार्यकारी और न्यायिक स्तरों को एक साथ रखता है के साथ घनिष्ठ सहयोग में होता है। सरकारी निर्णयों का क्रियान्वयन अक्सर प्रधान सचिव की निगरानी में होता है, जिससे नीति से लेकर मैदान तक की प्रक्रिया तेज और सुगम बनती है।
एक प्रधान सचिव के लिए राज्य सरकार, उपनियम, विकास योजना और स्थानीय प्रशासनिक कार्यों की देखरेख करने वाला स्तर सबसे नज़दीकी साथी है। राज्य सरकार की योजनाओं को केंद्र की नीति के साथ तालमेल बैठाना प्रधान सचिव की प्राथमिक जिम्मेदारी है। इसी प्रकार नीति निर्माण, सार्वजनिक हित में बनाए जाने वाले नियम और दिशा‑निर्देश का ढांचा प्रधान सचिव द्वारा तैयार किए गए ड्राफ्ट पर निर्भर करता है। जब बजट तैयार होता है, तो बजट नियोजन, वित्तीय संसाधनों का वितरण और प्राथमिकताओं का निर्धारण प्रधान सचिव की सलाह से तय होता है, जिससे आर्थिक लक्ष्य स्पष्ट होते हैं.
इन सभी कनेक्शन को समझने से यह साफ़ हो जाता है कि "प्रधान सचिव प्रशासन का प्रमुख है", "प्रधान सचिव नीति निर्माण में मुख्य भूमिका निभाता है", और "सरकार की कार्यवाही प्रधान सचिव द्वारा समन्वित होती है"—ये सभी हमारे दैनिक समाचारों में अक्सर दिखते हुए उदाहरण हैं, जैसे कि वित्तीय बाजार में बदलाव, चुनावी परिणाम, या राष्ट्रीय स्तर की योजना। इस पृष्ठ पर आपको इन संबंधों की विस्तृत झलक मिलती है, और नीचे आप कई लेख पाएँगे जो इस संरचना को वास्तविक घटनाओं के साथ जोड़ते हैं।
अब आप आगे पढ़ेंगे कि कैसे प्रधान सचिव विभिन्न क्षेत्रों में निर्णयों को आकार देता है, और कौन‑से प्रमुख खबरें इस पर असर डालती हैं। अपने ज्ञान को अपडेट रखें और नीचे की सूची में उन सभी सामग्री को देखें जो इस महत्वपूर्ण भूमिका को विभिन्न दृष्टिकोणों से उजागर करती हैं।
शक्तिकांत दास, जो पूर्व आरबीआई गवर्नर थे, को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। उनका कार्यकाल प्रधानमंत्री के साथ होगा। आरबीआई में उनके रहते, उन्होंने नोटबंदी और कोविड-19 संकट से निपटने में मदद की थी। दास को उनकी विशाल प्रशासनिक अनुभव के लिए जाना जाता है, जो इस नए पद के लिए महत्वपूर्ण है।