शक्तिकांत दास – ताज़ा ख़बरों का अद्यतन स्रोत

जब बात शक्तिकांत दास, एक अनुभवी रिपोर्टर जो दैनिक समाचार इंडिया पर भारत की प्रमुख घटनाओं को कवर करते हैं एस. दास की आती है, तो तुरंत यह एहसास होता है कि उन्हें पढ़ना मतलब देश की नज़र में एक झलक पाने जैसा है। इस पृष्ठ पर आप उनके द्वारा लिखी गई राजनीति, खेल, व्यापार और मनोरंजन से जुड़ी ख़बरें पाएँगे। शक्तिकांत दास की रिपोर्टिंग सरल, तर्कसंगत और तथ्य‑परक होती है, जिससे पाठक तुरंत समझ पाते हैं कि क्या हो रहा है और क्यों।

इस संग्रह में दैनिक समाचार इंडिया, एक हिंदी समाचार पोर्टल जो भारत और दुनिया की ताज़ा ख़बरें प्रदान करता है DSI की भूमिका भी स्पष्ट दिखती है: यह प्लेटफ़ॉर्म लेखकों को विश्वसनीय जानकारी साझा करने का मंच देता है और पाठकों को भरोसेमंद स्रोत से अपडेट रखता है। यहाँ आप देखेंगे कि कैसे शक्तिकांत दास का विश्लेषण साइट की व्यापक कवरेज नीति के साथ जुड़ता है, जिससे राष्ट्रीय मुद्दों की गहराई सामने आती है।

भारत ( भारत, दक्षिण एशिया का विविधतापूर्ण और जनसंख्या‑वाला देश ) के विभिन्न पहलुओं पर लिखी गई सामग्री में राजनीति ( राजनीति, सार्वजनिक मामलों की योजना और निर्णय‑प्रक्रिया ) का विशेष स्थान है। शाक्तिकांत दास ने recent elections, policy changes और diplomatic events को ऐसे बिंदुओं से उजागर किया है, जो पाठकों को समझाते हैं कि ये घटनाएँ दैनिक जीवन को कैसे प्रभावित करती हैं। इसी तरह खेल, व्यापार और सामाजिक प्रवृत्तियों पर उनके लेख पाठकों को तत्काल जानकारी और भविष्य की संभावनाओं की झलक देते हैं।

नीचे आप देखेंगे कि शाक्तिकांत दास ने किस तरह विभिन्न विषयों को एक साथ बुना है – चाहे वह ICC चैम्पियंस टॉफी की सेमी‑फ़ाइनल में विराट कोहली का बांगड़ा हो, या नई तकनीकी IPO का प्रभाव। इस संग्रह के ज़रिये आप उनके लेखन शैली, ताज़ा खबरों की गहराई और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण को एक ही जगह पर समझ पाएँगे। अब आगे बढ़ें और देखें कौन‑कौन सी ख़बरें आपके लिये सबसे ज़्यादा उपयोगी होंगी।

पूर्व आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास बने पीएम मोदी के दूसरे प्रधान सचिव

पूर्व आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास बने पीएम मोदी के दूसरे प्रधान सचिव

शक्तिकांत दास, जो पूर्व आरबीआई गवर्नर थे, को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। उनका कार्यकाल प्रधानमंत्री के साथ होगा। आरबीआई में उनके रहते, उन्होंने नोटबंदी और कोविड-19 संकट से निपटने में मदद की थी। दास को उनकी विशाल प्रशासनिक अनुभव के लिए जाना जाता है, जो इस नए पद के लिए महत्वपूर्ण है।