यूरो 2024: स्पेन का फॉर्मूला बदला, टिकी-टका से तेज़ विंगर्स पर फोकस

जून, 22 2024

स्पेन की नयी रणनीति

स्पेन की फुटबॉल टीम ने यूरो 2024 में अपने परंपरागत टिकी-टका खेल शैली को बदलते हुए तेज़ विंगर्स पर भरोसा किया है। पहले जिस शैली में लम्बे समय तक गेंद को पासिंग करते हुए गोल की कोशिश की जाती थी, अब वहां तेज़ी और डायरेक्टनेस का समावेश हुआ है। इस बदलाव का प्रमुख हिस्सा विंगर्स जैसे लामाइन यमल और निको विलियम्स हैं, जो अपने तेज़ गती और कौशल से विरोधियों की रक्षापंक्ति को भेद रहे हैं।

क्रोएशिया के खिलाफ पहले गोल में इस बदलाव का असर साफ दिखाई पड़ा। एक त्वरित पासिंग सीक्वेंस के बाद अल्वारो मोराटा ने केवल छह सेकंड में गोल दागा। यह गोल स्पेन की नयी रणनीति का प्रमाण है, जो गति और डायरेक्ट अटैक पर आधारित है।

लुइस डी ला फुएंते की भूमिका

लुइस डी ला फुएंते की भूमिका

स्पेन की इस नयी खेल शैली के पीछे कोच लुइस डी ला फुएंते का अहम योगदान है। उन्होंने खिलाड़ियों की क्षमताओं को देखते हुए एक प्रागमेटिक दृष्टिकोण अपनाया है। डी ला फुएंते ने टीम के खेल में और अधिक सीधी और लंबी पासेज़ को शामिल किया है, जिससे तेज़ विंगर्स के कौशल का पूरा फायदा उठाया जा सके।

इस बदलाव के बावजूद स्पेन की मिडफ़ील्ड अभी भी अपनी ताकत बनाए हुए है, जिसका केंद्र रोड्री है। रोड्री, फाबियन रुईज़, पेड्री, और गवी जैसे मिडफ़ील्डरों ने एक मजबूत नींव बना रखी है, जो विंगर्स को स्पेस प्रदान करता है। यह स्पेस विंगर्स को अधिक स्वतंत्रता और गति से खेलने की अनुमति देता है।> टिकी-टका से बदलाव

टिकी-टका से बदलाव

स्पेन की टिकी-टका शैली का उदाहरण साल 2011 के यूरोपीय चैंपियनशिप क्वालिफायर के दौरान देखा गया था, जब टीम ने स्कॉटलैंड के खिलाफ 42 सटीक पास देकर गोल किया था। वर्तमान समय में, स्पेन ने इस धीमी और विचारशील पासिंग को तेज़ और डायरेक्ट खेल से बदल दिया है।

नयी रणनीति के कारण, मिडफ़ील्डर और सेंटर-फॉरवर्ड मोराटा अब विंगर्स के समर्थन में अधिक जुड़े रहते हैं। यह बदलाव खिलाड़ियों की व्यक्तिगत क्षमताओं का अधिकतम उपयोग करने के लिए किया गया है, जिससे टीम की आक्रामकता और दक्षता में वृद्धि हुए है।

भविष्य की राह

भविष्य की राह

स्पेन की नयी रणनीति केवल खेल शैली में बदलाव नहीं रखती, बल्कि यह दर्शाती है कि कैसे एक टीम अपने खिलाड़ियों की क्षमताओं के अनुसार खुद को ढाल सकती है। आने वाले मैचों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस नयी रणनीति के तहत टीम कितनी सफलता पाती है।

लामाइन यमल, निको विलियम्स, रोड्री, फाबियन रुईज़, पेड्री, गवी और मोराटा जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी में टीम का भविष्य उज्ज्वल नजर आता है। इन खिलाड़ियों की व्यक्तिगत क्षमताएं और समर्पण टीम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का सामर्थ्य रखते हैं।

आखिरकार, स्पेन की यह नयी शैली न केवल उनके खेल में बदलाव लाने का संकेत है बल्कि यह भी दर्शाती है कि उनकी तैयारी यूरो 2024 में कुछ बड़ा करने की है। प्रशंसकों की उम्मीदें अब और भी बढ़ गई हैं, क्योंकि टीम की नई रणनीति ने उन्हें एक नए रोमांचक अंदाज में जीना सिखाया है।