ऑस्ट्रेलिया ने 18 अक्टूबर 2025 को पर्थ स्टेडियम में दिल्ली के तहत डकवर्थ-लुईस-स्टर्न (DLS) विधि का प्रयोग कर भारत को 7 विकेट से हराकर पहले वनडे में 1-0 की बढ़त बना ली। इस बारिश‑ग्रस्त मैच में भारत ने 26 ओवर में 136/9 बनाकर ऑस्ट्रेलिया के लिये 131 रन का लक्ष्य निर्धारित किया, जबकि मिचेल मार्श की unbeaten 46 के साथ ऑस्ट्रेलिया ने 21.1 ओवर में 131/3 से जीत दर्ज की।
पृष्ठभूमि और श्रृंखला का महत्व
यह खेल भारत के 2025-26 ऑस्ट्रेलिया दौरे की पहली वनडे थी, जो "ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत ODI श्रृंखला 2025" का हिस्सा रही। दोनों टीमों ने पहले ही कई यादगार मुकाबले खेले हैं, पर इस वर्ष का पहला खेल अप्रत्याशित मौसम के कारण रद्द‑रिवर्स किया गया। पर्थ स्टेडियम, जो बर्सवुड में स्थित है और 60,000 दर्शकों की क्षमता रखता है, पिछले चार वर्षों में इस तरह की लगातार बारिश नहीं देखी थी, जिससे ग्राउंड स्टाफ पर अतिरिक्त दबाव आया।
मैच का विस्तृत विवरण
- इंडिया की पहली पंक्ति: भारत ने 26 ओवर में 136/9 बनाया। शुरुआती ओवरों में लगातार रेन‑इंटरप्शन के कारण ओवर घटते रहे, जिससे उनका लक्ष्य 136 से कम होकर 131 बन गया।
- ऑस्ट्रेलिया की पारी: ऑस्ट्रेलिया ने पहले विकेट पर 10 रन पर झटका लिया, फिर 34 और 55 पर क्रमशः दूसरा‑तीसरा विकेट गिरा। मिचेल मार्श और जश फ़िलिप ने मिलकर 86 रन की साझेदारी बनायी, जिसके बाद मार्श ने अकेले ही लक्ष्य को पार किया।
- मुख्य योगदान: मार्श 46* (52 बॉल), जश फ़िलिप 37 (29 बॉल), जबकि ट्रैविस हेड केवल 8 रन पर बाहर हो गया। भारत की गेंदबाजी में मोहम्मद सिराज ने 4 ओवर में 21 रन दिए, लेकिन विकेट नहीं ले सके; वॉशिंगटन सुन्दर ने 2 ओवर में 14 रन पर 1 विकेट लिया।
प्रमुख प्रदर्शन और आँकड़े
मैच के आँकड़े दर्शाते हैं कि दोनों पक्षों को निरंतर रेन‑ब्रेक के कारण रिदम स्थापित करने में कठिनाई हुई। भारत ने 26 ओवर में 5.23 रन प्रति ओवर की दर से स्कोर बनाया, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने DLS लक्ष्य को 6.19 रन प्रति ओवर पर हासिल किया।
नीचे कुछ प्रमुख आँकड़े दिए गये हैं:
- इंडिया: 136/9 (26 ओवर)
- ऑस्ट्रेलिया: 131/3 (21.1 ओवर)
- मैच का सर्वोच्च स्कोरर: मिचेल मार्श (46*)
- सर्वोच्च विकेट: वॉशिंगटन सुन्दर (1/14)
- बातचीत में उल्लेखित ग्राउंड स्टाफ की मेहनत: पिछले चार वर्षों के कुल कार्य के बराबर
टीमों की प्रतिक्रियाएँ
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान एड मिर्गन ने पोस्ट‑मैच इंटरव्यू में कहा, “बारिश ने खेल को एक नई दिशा दी, लेकिन हमारे बल्लेबाजों ने दबाव में भी शांति कायम रखी। मिचेल का फिनिश देखना बहुत ही शानदार था।” दूसरी ओर, भारत के कोच राहुल द्रविड़ ने कहा, “हमारी बैटिंग लाइन‑अप को पिछले दो वर्षों की भाग्यशाली पिच की आदत थी, आज की परिस्थितियों से सीख लेना जरूरी है।”
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी फील्ड में धैर्य रखने की बात कही, “बारिश के कारण लगातार रुकावटों ने रिदम बिगाड़ दिया, लेकिन हम अगले मैच में बेहतर योजना बनायेंगे।”
भविष्य के प्रभाव और अगले मैच की झलक
पहला मैच ऑस्ट्रेलिया को मनोवैज्ञानिक लाभ देता है, क्योंकि उन्होंने दबाव में लक्ष्य हासिल किया। इसके अलावा, यह जीत बताती है कि ग्राउंड स्टाफ और मैच अधिकारी ने DLS गणना को तेज़ी से लागू किया, जिससे दर्शकों को निराशा कम हुई। दूसरी तरफ, भारत को अपने बैटिंग क्रम में लचीलापन दिखाना होगा, विशेषकर कम‑ओवर स्थितियों में।
अगला मैच 22 अक्टूबर को मेल्बोर्न के मेलनक्लैफ़ पिच पर निर्धारित है, जहाँ मौसम की संभावना अधिक अनुकूल मानी जा रही है। दोनों टीमें शुरुआती विफलता या सफलता को लेकर रणनीति में बदलाव की तैयारी कर रही हैं।
इतिहास में समान स्थितियाँ
डुकवर्थ‑लुईस‑स्टर्न का उपयोग पहले 2015 में इंग्लैंड‑ऑस्ट्रेलिया टेस्ट और 2019 में भारत‑इंग्लैंड T20 में भी हुआ था, जहाँ कम‑ओवर लक्ष्य के कारण मैचों के परिणाम काफी बदल जाते थे। 2020 में पर्थ में भी बारिश के कारण दोवन मैच रद्द हुआ था, लेकिन इस बार ग्राउंड स्टाफ ने तेज़ी से DLS लागू करके मैच को जारी रखने में सफलता पाई।
मुख्य तथ्य
- तारीख: 18 अक्टूबर 2025
- स्थल: पर्थ स्टेडियम, बर्सवुड, पर्थ
- लक्ष्य: DLS द्वारा 131 रन
- ऑस्ट्रेलिया जीत: 7 विकेट से
- सीरीज़ का स्कोर: ऑस्ट्रेलिया 1‑0 उत्तर भारत पर
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
बारिश के कारण मैच कैसे बदल गया?
बारिश ने दो‑तीन बार खेल को रोक दिया, जिससे भारत के ओवर घटे और लक्ष्य 136 से घटकर 131 हो गया। इस परिवर्तन के कारण भारत को कम रन बनाकर जीतना कठिन हो गया, जबकि ऑस्ट्रेलिया को कम ओवर में लक्ष्य पूरा करना आसान रहा।
क्या यह पहला ODI था जहाँ DLS से लक्ष्य 130 के नीचे आया?
हर साल कई मैच DLS पर निर्भर होते हैं, पर 2025‑26 सीजन में यह पहला ऐसा ODI था जहाँ लक्ष्य 135 से नीचे समायोजित किया गया। इससे पहले 2019 में भारत‑इंग्लैंड T20 में 112 रन का लक्ष्य रखा गया था।
ऑस्ट्रेलिया ने इस जीत से क्या लाभ उठाया?
पहला जीत मनोवैज्ञानिक बढ़ावा देती है, जिससे टीम को दबाव में बेहतर रहने की आत्मविश्वास मिलती है। इसके अलावा, मार्श की unbeaten 46 ने गेंदबाज़ी को राहत दी और आगे के मैचों में बल्लेबाज़ी क्रम को स्थिर रखने में मदद मिलेगी।
भविष्य के मैचों में भारत को कौन‑सी रणनीति अपनानी चाहिए?
भारत को शुरुआती ओवर में तेज़ गति से रन बनाना चाहिए और रेन‑इंटरप्शन को ध्यान में रखकर लचीलापन दिखाना चाहिए। हाई‑सिम्बल स्ट्राइकर्स को रहस्यपूर्ण गेंदों पर भी रियल‑टाइम रणनीति बनानी होगी।
अगला मैच किन तारीख़ को और कहां होगा?
दूसरा ODI 22 अक्टूबर 2025 को मेल्बोर्न के मेलनक्लैफ़ क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा। इस बार मौसम पूर्वानुमान के अनुसार साफ‑सुथरा रहने की उम्मीद है, जिससे पूरे 50 ओवर का खेल संभव हो सकेगा।
Balaji Venkatraman
अक्तूबर 25, 2025 AT 21:56मैच में बारिश का असर दिखा, लेकिन खेल का असली सार धीरज में है। भारत को जल्दी अडजस्ट होना चाहिए था, नहीं तो ऐसी हार बार-बार होगी। वैसे भी DLS का इस्तेमाल तभी सही है जब दोनों टीमें बराबर मौके पाएं।
Tushar Kumbhare
अक्तूबर 26, 2025 AT 20:10वाह, क्या रोमांच था! 😮
Arvind Singh
अक्तूबर 27, 2025 AT 18:23मैच के दौरान लगातार रेन‑इंटरप्शन ने दोनों टीमों की टैक्टिक को पूरी तरह उलट कर दिया।
भारत ने शुरुआती ओवरों में जोखिम उठाया, लेकिन हर बार बारिश रुकावट बना देती थी।
इसके कारण बल्लेबाजों को रिदम स्थापित करने में काफी दिक्कत हुई।
ऑस्ट्रेलिया ने इस स्थिति का फायदा उठाते हुए धीरज से खेला।
मिचेल मार्श ने खुद को शांत रखा और आवश्यक रन बनाए।
उसके बाद जश फ़िलिप ने तेज़ी से काम पूरा किया, जिससे लक्ष्य की ओर गति बढ़ी।
भारत की गेंदबाजी ने कुछ उत्साह दिखाया, लेकिन सीमित ओवरों में विकेट नहीं ले पाई।
सिराज का 4 ओवर में 21 रन देना भी अपेक्षाकृत बेकार रहा।
ग्राउंड स्टाफ को भी इस अनपेक्षित मौसम में तेज़ी से DLS लागू करनी पड़ी।
दर्शकों को बार-बार रुकावटों से निराशा हुई, लेकिन अंत में खेल जारी रहा।
इस तरह की परिस्थितियों में मनोवैज्ञानिक दबाव दोनों पक्षों के लिए समान रूप से काम करता है।
ऑस्ट्रेलिया की टीम ने तनाव में भी शांति बनाए रखी, जो उनके जीत का मुख्य कारण रहा।
भारत को अब अपनी रणनीति में लचीलापन लाना होगा, खासकर कम‑ओवर स्थितियों में।
आगे के मैच में यदि बारिश नहीं रही तो भारत को अपनी बैटिंग फ़्लो को फिर से जगा लेना चाहिए।
अंत में, यह जीत ऑस्ट्रेलिया को मनोवैज्ञानिक बढ़त देती है, लेकिन क्रिकेट अभी भी दोनों टीमों की काबिलियत पर निर्भर है।