काशी में झमाझम बारिश, तापमान गिरा
वाराणसी में आज मॉनसून ने शहर को खूब भिगोया है। बीती रात से लेकर अब तक करीब 45mm बारिश दर्ज की गई है, जिससे पुराने दिनों की तेज़ गर्मी और उमस में जबरदस्त राहत महसूस हो रही है। आमतौर पर अगस्त के इस समय में पारा 33-35°C पर रहता है, लेकिन आज तापमान 26°C से 29°C के बीच ही सिमटा रहा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है, इस बार बारिश का जोर औसत से कहीं अधिक है।
इंडिया मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) ने पूर्वांचल सहित वाराणसी के लिए अगले 48 घंटों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान शहर के निचले इलाकों में जलभराव की संभावनाओं को नकारा नहीं जा सकता। शहर का अधिकतम तापमान आज 29°C रहा और आर्द्रता 85-90% के बीच रही। हवा 8-10 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दक्षिण-पश्चिमी दिशा से चल रही है।
IMD वाराणसी के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. राजेश कुमार के मुताबिक, अगले तीन दिनों तक मॉनसून की रफ्तार बनी रहेगी। 15-16 अगस्त के करीब बारिश में थोड़ी गिरावट आ सकती है, लेकिन उसके बाद फिर पानी बरसने के आसार हैं। अगस्त महीने में काशी में औसतन 328mm बारिश होती है और करीब 14 दिन बारिश वाले रहते हैं। बारिश की वजह से आज धूप भी छुपी रही—आमतौर पर अगस्त में 9 घंटे धूप मिलती है, मगर आज सिर्फ 3-4 घंटे ही सूरज नजर आया।

घाटों पर सन्नाटा, शहर में अलर्ट
भारी बारिश से वाराणसी के लोकप्रिय घाटों, खासकर दशाश्वमेध घाट और मणिकर्णिका घाट पर सैलानियों की भीड़ में कमी देखने को मिली है। हालांकि, बारिश के बावजूद कई श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने आ रहे हैं। घाट किनारे सुरक्षा के मद्देनज़र और लोग फिसलकर न गिरे, इसके लिए नगर प्रशासन ने अतिरिक्त टीम तैनात कर दी है।
अधिकारियों ने शहरवासियों को सलाह दी है कि पानी से भरे इलाकों से बचें और जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें। छतरी, रेनकोट जैसी जरूरी चीजें साथ रखना फायदेमंद रहेगा। स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए बाहरी खेल-कूद फिलहाल बंद कर दिए हैं। वहीं शहर के अस्पतालों में जलजनित बीमारियों के मामूली बढ़ाव की वजह से स्वास्थ्य विभाग ने जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है, ताकि लोग सिर्फ साफ और उबला पानी ही पीयें।
अगले कुछ दिन तक वैसी ही बारिश रहने वाली है, इसलिए वाराणसी वालों को अलर्ट रहना होगा।