तमिल सिनेमा के सुपरस्टार विजय के नए राजनीतिक दल तमिझगा वेत्री कझगम (टीवीके) की पहली सार्वजनिक सभा विक्रवंडी में आयोजित हो रही है। विजय इस सभा में अपनी राजनीतिक दृष्टि और एजेंडा प्रस्तुत करेंगे। उनके राजनीतिक प्रवेश से तमिलनाडु की राजनीति और दिलचस्प हो गई है, खासकर 2026 के विधानसभा चुनावों के संदर्भ में।
उधयनिधि स्टालिन ने उपमुख्यमंत्री के रूप में अपनी नियुक्ति पर हो रही आलोचना का सामना करते हुए कहा है कि वह अपने कार्यों के माध्यम से इसका जवाब देंगे। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उधयनिधि को 29 सितंबर 2024 को शपथ दिलाई गई थी, और उन्हें योजना और विकास का विभाग भी सौंपा गया है। विपक्षी दलों ने इसे 'वंशवाद राजनीति' का उदाहरण बताया है।
आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी ने शनिवार, 21 सितंबर, 2024 को दिल्ली की मुख्यमंत्री का पदभार संभाला। उन्होंने अरविंद केजरीवाल का स्थान लिया जिन्होंने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था। आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनीं हैं। शपथ ग्रहण समारोह राज निवास में आयोजित हुआ। मंत्रियों में गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज, इमरान हुसैन, और नए सदस्य मुकेश अहलावत शामिल हैं।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, जिन्हें 'कोल्हान टाइगर' के नाम से जाना जाता है, ने आगामी झारखंड विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए हैं। इस कदम से झारखंड की राजनीति में अहम बदलाव होने की संभावना है, विशेषकर उनके क्षेत्र और प्रभाव को देखते हुए।
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के चेयरमैन मनोज सोनी ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस इस्तीफे ने राजनीतिक हलचल मचा दी है, खासकर IAS प्रशिक्षु पूजा खेड़कर के विवाद के बीच। कांग्रेस पार्टी ने इसे UPSC की वर्तमान समस्याओं से जोड़ते हुए आरोप लगाए हैं।
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पेंसिल्वेनिया में एक रैली के दौरान ट्रंप के बारे में सच्चाई को उजागर करना नहीं छोड़ने की बात कही। बाइडेन का मानना है कि चुनावी गर्मी को ठंडा करने की जरूरत है, लेकिन इससे ट्रंप की सच्चाई सामने लाने की उनकी प्रतिबद्धता नहीं घटेगी। उन्होंने अमेरिका में राजनीतिक हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर भी चिंता जाहिर की।
राहुल ममकोत्तथिल ने हाल ही में सार्वजनिक तौर पर असीफ अली को समर्थन दिया है। यह खबर 16 जुलाई, 2024 को रिपोर्ट की गई थी और इसमें दोनों व्यक्तियों के बीच बढ़ती एकता को उजागर किया गया है। राहुल ममकोत्तथिल का असीफ अली का समर्थन एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, हालांकि इस समर्थन के पीछे के सटीक कारण और प्रभाव स्पष्ट रूप से नहीं बताए गए हैं।